जांच एजेंसी के अधिकारी दोपहर करीब एक बजे सोरेन के आवास पर पहुंचे।
Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यहां उनके आधिकारिक आवास पर शनिवार दोपहर पूछताछ शुरू की। एक अधिकारी ने बताया कि भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती के कारण पूरा इलाका किले में तब्दील हो गया है।
सोरेन (48) झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। वह इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किये जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किये जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी।
अधिकारी ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारी दोपहर करीब एक बजे सोरेन के आवास पर पहुंचे। मौके पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षा कर्मी मुख्यमंत्री आवास के आसपास गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
राशन वितरण से संबंधित करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हुए हालिया हमले के मद्देनजर यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस बीच, झामुमो ने सोरेन के आवास पर पार्टी के विधायकों की एक बैठक बुलाई।.
पार्टी महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ ईडी मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है...हम भी अपनी बैठक कर रहे हैं...आगे की रणनीति, पूछताछ के नतीजे के आधार पर बनाई जाएगी।’’ जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सोरेन से ईडी की पूछताछ शुरू होने से पहले कहा कि मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने को कहा है।
अंसारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री मुझे देखने के बाद भावुक हो गए और हमसे धैर्य रखने को कहा।’’ सोरेन को ईडी के समन के खिलाफ आदिवासियों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर भट्टाचार्य ने कहा कि यह स्वत: हुई प्रतिक्रिया है और झामुमो ने इसके लिए कोई आह्वान नहीं किया था। तीर-धनुष से लैस झामुमो कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास से करीब 100 मीटर की दूरी पर कथित तौर पर पाये गए।
कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि सोरेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए पार्टी के विधायक भी मौजूद हैं।
ईडी की पूछताछ के मद्देनजर झारखंड महाधिवक्ता राजीव रंजन, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सोरेन के आवास पर हैं। ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबद्ध है।
मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे। झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने दावा किया कि ईडी की कार्रवाई झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है।
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों को प्रायोजित कर खुद को पीड़ित प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर बाउरी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर पूछताछ नहीं की जानी चाहिए थी। सोरेन गिरफ्तारी की आशंका के चलते डरे हुए हैं और इसलिए वह पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं गए।’’
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी ने सोरेन का सम्मान करते हुए, मुख्यमंत्री आवास पर पूछताछ करने के उनके अनुरोध को स्वीकार किया। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में, सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं, जिनमें झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के एक-एक विधायक शामिल हैं।.