झारखंड के गढ़वा जिले में तेंदुए ने 12 साल के लड़के को मार डाला। पिछले तीन सप्ताह में क्षेत्र में इस तरह की यह चौथी घटना है।
रांची : झारखंड के गढ़वा जिले में तेंदुए ने 12 साल के लड़के को मार डाला। पिछले तीन सप्ताह में क्षेत्र में इस तरह की यह चौथी घटना है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने आशंका जताई कि इन सभी चार लोगों को एक ही तेंदुए ने अपना शिकार बनाया है। उन्होंने कहा कि गढ़वा वन संभाग इस तेंदुए को नरभक्षी घोषित करने के उद्देश्य से एक मसौदा प्रस्ताव को अंतिम रूप दे रहा है।
संभागीय वन अधिकारी (दक्षिण) शशि कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि तेंदुए ने हरेंद्र नायक नामक लड़के पर तब हमला किया जब वह बुधवार को शाम करीब साढ़े छह बजे रामकंडा के कुशवाहा गांव में अपने चाचा के घर से लौट रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘तेंदुए ने लड़के की गर्दन पर झपट्टा मारा, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।’’ उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बीते 20 दिनों में इस तरह की यह चौथी घटना है।
रंका प्रखंड के सेवाडीह गांव में 19 दिसंबर को छह साल की बच्ची की तेंदुए के हमले में मौत हो गई थी, वहीं 14 दिसंबर को भंडारिया प्रखंड के रोडो गांव में भी छह साल की बच्ची तेंदुए का शिकार हो गई थी। लातेहर जिले के बरवाडीह प्रखंड के पास छीपादोहर इलाके में 10 दिसंबर को 12 साल की लड़की को तेंदुए ने मार डाला था।
कुमार ने कहा, ‘‘19 दिसंबर की घटना के बाद हम इलाके पर ड्रोन कैमरे से नजर रख रहे हैं। लेकिन हमें तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला है। हमें आशंका है कि वह इलाके से चला गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालिया घटना के बाद तेंदुए को नरभक्षी घोषित करने के लिए हम एक मसौदा प्रस्ताव को अंतिम रूप दे रहे हैं। इसे मुख्य वन्य जीव वार्डन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।’’ वन विभाग ने पशु को पकड़ने के लिए तीन पिंजरे भी मंगाए हैं।
कुमार ने कहा कि ग्रामीण सूर्यास्त के बाद घर से नहीं निकलने के वन विभाग के परामर्श पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं और बच्चों को चेतावनी दी है कि वे सूर्यास्त के बाद अपने घरों से नहीं निकले क्योंकि तेंदुआ इसी समय हमला कर रहा है। अगर जाना जरूरी है तो उन्हें पुरूषों के एक समूह के साथ जाना चाहिए। हम 15 दिसंबर से लोगों से यह अपील कर रहे हैं।’’.