. घटना के बाद परिवार ने बच्चे के सीने में दर्द और पेशाब में खून आने की शिकायत दर्ज कराई है.
मालेरकोटला (पंजाब): स्कूल के वाइस प्रिंसिपल पर 9वीं कक्षा के छात्र को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है. आरोप है कि टीचर ने छात्र को 'कालिया' कहकर बुलाया और जब छात्र ने इसका विरोध किया तो उसकी जमकर पिटाई कर दी, जिसके चलते बच्चे को मालेरकोटला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. घटना के बाद परिवार ने बच्चे के सीने में दर्द और पेशाब में खून आने की शिकायत दर्ज कराई है.
गांव चौंदा निवासी मंजीत कौर ने बताया कि उसका 14 वर्षीय बेटा जसकरण सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौंदा में 9वीं कक्षा में पढ़ता है। वह नेटबॉल और कबड्डी खिलाड़ी भी हैं। 29 सितंबर को स्कूल में नेटबॉल खेल का आयोजन किया जा रहा था. इसी दौरान स्कूल के वाइस प्रिंसिपल उनके बेटे के 'काले रंग' के कारण उसे 'कालिया' कहकर बुलाया। बेटे ने विरोध किया तो गुस्साए शिक्षक ने बेटे को पीटना शुरू कर दिया। जिससे वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसकी जानकारी होते ही बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अमरगढ़ एस.एच.ओ शमशेर सिंह का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है।
छात्र की मां मंजीत कौर ने बताया कि गांव के बुजुर्गों और शिक्षकों ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने दी. उनसे कागजात पर जबरन हस्ताक्षर कराकर समझौता करा दिया गया। चार दिन बाद बुधवार को बेटे को सीने में दर्द और पेशाब में खून आने लगा। जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाइस प्रिंसिपल ने उनके लड़के को बेरहमी से पीटा है. बेटे को कोई इलाज नहीं दिया गया. हालत में सुधार न होने पर बेटे को अमरगढ़ से मालेरकोटला रेफर कर दिया गया है।
लगाए गए आरोप गलत :वाइस प्रिंसिपल
उधर, वाइस प्रिंसिपल दलजीत सिंह का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। छात्र और परिवार के साथ समझौता हो गया है। अगर परिवार ने दोबारा मामला उठाया तो कानूनी कार्रवाई करेंगे।