बता दें कि गैंगस्टर रोमी हॉन्ग-कॉन्ग पुलिस की हिरासत में है और पंजाब पुलिस इस केस की जांच कर रही है।
चंडीगढ़: नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड भगोड़े गैंगस्टर रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. गैंगस्टर रोमी की याचिका हांगकांग हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है. जिसके चलते अब उसे जल्द ही भारत लाया जा सकेगा। बता दें कि गैंगस्टर रोमी हॉन्ग-कॉन्ग पुलिस की हिरासत में है और पंजाब पुलिस इस केस की जांच कर रही है।
दरअसल, इससे पहले हांगकांग कोर्ट ने गैंगस्टर रोमी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार के अनुरोध को मंजूरी दे दी है. इसके बाद रोमी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जो अब खारिज हो गई है. इससे पहले गैंगस्टर रोमी के लापता होने के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
रोमी पर 2016-17 में जालंधर और लुधियाना में हुई हत्याओं में भी शामिल होने का संदेह है। पंजाब पुलिस के मुताबिक, वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह शेखो के संपर्क में था। गुरप्रीत उन छह लोगों में से एक था जो नवंबर 2016 में नाभा जेल से भाग गया था और इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता था।
पुलिस का मानना है कि रोमी ने जेल से भागने वालों को पैसे मुहैया कराए थे. इसके साथ ही जेलब्रेक की पूरी साजिश हांगकांग से रची गई थी. गौरतलब है कि रमनजीत रोमी ने विदेश में बैठ कर नाभा जेल ब्रेक कांड की सारी साज़िश रची थी और इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हुए थे। ये घटना वर्ष 27 नवंबर 2016 की है। जब पटियाला की नाभा जेल से छह कैदी फरार हो गए थे. इनमें दो आतंकवादी और चार कुख्यात गैंगस्टर शामिल थे। इस घटना की सारी रूपरेखा विदेश में बैठ कर उक्त गैंगस्टर रोमी ने तैयार की थी।