मामले में अभी तक किसी को नामजद नहीं किया गया है.
Farmers Protest 2024: पंजाब और हरियाणा की खनौरी बॉर्डर पर 21 फरवरी को जान गंवाने वाले युवा किसान शुभकरण सिंह के मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. किसान संगठन लगातार मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 114 (अपराध होने पर उकसाने वाला उपस्थित होना) के तहत मामला दर्ज किया है. मामले में अभी तक किसी को नामजद नहीं किया गया है.
आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस घटना वाले दिन की तस्वीरें और वीडियो जुटाएगी, जिसके आधार पर केस में नाम शामिल किए जाएंगे। यह मामला टियाला के पाट्रान पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है. इसके बाद देर रात पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में न्यूरोसर्जन समेत 5 डॉक्टरों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई. किसान नेताओं ने कहा कि शुभकरण सिंह का पार्थिव शरीर सुबह 9 बजे अंतिम दर्शन के लिए खनौरी बॉर्डर पर रखा जाएगा. इसके बाद दोपहर 3 बजे बठिंडा के बैलोन गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
शुभकरण के पिता चरणजीत सिंह (45) ने कहा, 'मैं खेती का काम करता हूं। मेरा 21 साल का बेटा शुभकरण सिंह किसानों के कर्ज माफी आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए उनके साथ जाता था। 13 फरवरी को किसान आंदोलन की घोषणा के मद्देनजर शुभकरण किसान संगठनों के साथ चला गया। शुभकरण के जाने के दो दिन बाद मैं भी आंदोलन का हिस्सा बनने वहां पहुंच गया.'
चरणजीत सिंह ने कहा, 'जब मैं आंदोलन में पहुंचा तो अपने बेटे और गांव के अन्य किसानों से मिला. सभी खनौरी बॉर्डर पर मौजूद थे. हरियाणा के किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं. हम हरियाणा सरकार की बैरिकेडिंग से करीब दो किलोमीटर दूर अपनी ट्रॉलियां रखकर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
21 फरवरी को यह घोषणा की गई कि मोर्चा दिल्ली की ओर बढ़ेगा। इस बीच, शुभकरण और उनके साथी दिल्ली की ओर बढ़ने लगे, लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें रोक दिया और अंधाधुंध आंसू गैस के गोले छोड़े गए। गोलियां भी चलीं. सरकार की कार्रवाई को देखकर किसान रुक गए थे लेकिन फिर भी पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं रोकी.
चरणजीत ने कहा, 'मैं शुभकरण से पांच कदम ही दूर था जब गोली उसके सिर के पीछे से लगी. जिसके बाद वह बुरी तरह घायल हो गए. सरकारी एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया. करीब एक घंटे बाद गांव में फोन आया कि डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया है.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा- पंजाब सरकार ने अब मृतक किसान के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ एफआईआर दर्ज करने की शर्त मान ली है. इसके बाद देर रात शुभकरण सिंह के शव का पोस्टमार्टम राजिंदरा अस्पताल, पटियाला में किया गया। ये पोस्टमॉर्टम पांच डॉक्टरों के बोर्ड ने किया है. आज शुभकरण सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
गौरतलब है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए किसान केंद्र पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. पंजाब के किसानों ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा ड़ाला हुआ है.
(For more news apart from Punjab Police registered murder case of Shubhakaran Singh under sections 302 and 114 News In Hindi , stay tuned to Rozana Spokesman)