इस नीति के तहत गांव और सार्वजनिक स्थानों के लावारिस कुत्तों के टीकाकरण और नसबंदी की जिम्मेदारी प्राधिकरण लेगा, लेकिन सोसाइटी में पालतू और लावारिस...
ग्रेटर नोएडा (उप्र) : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नोएडा की तर्ज पर ‘श्वान नीति’ (डॉग पॉलिसी) लागू करेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक सलील यादव ने बताया कि अब तक तीन हजार कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में ग्रेटर नोएडा में करीब आठ हजार लावारिस कुत्ते हैं।
यादव ने बताया कि नोएडा में एक ‘श्वान नीति’ लागू की गई है और उसी तर्ज पर ग्रेटर नोएडा में भी इसे लागू किया जाएगा। इस नीति के तहत पालतू कुत्तों का पंजीकरण कराना और उनका टीकाकरण या नसबंदी अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत गांव और सार्वजनिक स्थानों के लावारिस कुत्तों के टीकाकरण और नसबंदी की जिम्मेदारी प्राधिकरण लेगा, लेकिन सोसाइटी में पालतू और लावारिस कुत्तों के टीकाकरण की जिम्मेदारी ‘अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन’ की होगी।
उन्होंने बताया कि देसी कुत्तों के पंजीकरण के लिए 100 रूपए और विदेशी नस्ल के कुत्तों के लिए 500 रूपए शुल्क तय किया जाएगा।