कई दिनों तक दरवाजा नहीं खुलने पर पड़ोसियों को शक हुआ, जिस पर उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को इसकी जानकारी दी
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बंद कमरे में चार दिन पहले बीमार अधेड़ की मौत हो गई थी। चार दिन से उसकी बहन शव के पास रह रही थी। कई दिनों तक दरवाजा नहीं खुलने पर पड़ोसियों को शक हुआ, जिस पर उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को इसकी जानकारी दी
देर शाम महिला के घर एक करीबी रिश्तेदार पहुंचा। जहां 55 वर्षीय कौशल अवस्थी का शव जमीन पर पड़ा मिला। कमरे से बहुत दुर्गंध आ रही थी। इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार उन्नाव जिले के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ब्रह्म नगर निवासी कौशल अवस्थी (55) एक साल से बीमार चल रहे थे. घर में वह अपनी मानसिक रूप से बीमार बहन रानी के साथ रहता था। 6 दिन पहले कौशल का मौसेरा भाई उसे दवा देकर ऑटो में घर छोड़ गया। इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ी और चार दिन पहले उनका निधन हो गया। उसकी मानसिक रूप से बीमार बहन यह सोचकर उसके शरीर के पास रुकी रही कि वह सो रहा है।
कई दिनों तक घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को शक हुआ। पड़ोसियों ने बताया कि सोमवार देर शाम उसकी दूर की महिला रिश्तेदार घर पहुंची। जहां उन्होंने दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही बदबू फैल गई। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले अवस्थी की मौत हो गई थी जिससे शव सड़ रहा था।
पड़ोस में रहने वाले पार्षद बबलू शुक्ला ने इसकी सूचना गंगाघाट कोतवाली पुलिस को दी. सूचना पर बालूघाट पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की मानसिक रूप से बीमार बहन रानी ने कहा कि उसके घर में रोटी का एक दाना तक नहीं है। पड़ोसी खाना देते हैं।
इसके साथ ही पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही युवक की मौत के असल कारण और उसकी मौत कब हुई, इसका पता चल पाएगा. आगे की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रथम दृष्टया यह समझा जा रहा है कि मौत बीमारी से हुई है।