सेंसेक्स में शामिल शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा में सर्वाधिक 3.81 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
मुंबई : सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों में रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में लिवाली से सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी दिन दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 240.36 अंक यानी 0.38 प्रतिशत चढ़कर 62,787.47 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 369.09 अंक तक उछल गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 59.75 अंक यानी 0.32 प्रतिशत चढ़कर 18,593.85 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा में सर्वाधिक 3.81 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। एक्सिस बैंक में भी 2.68 प्रतिशत की बढ़त रही। इसके अलावा टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति सुजुकी, इंडसइंड बैंक और सन फार्मा के शेयर भी चढ़कर बंद हुए।
दूसरी तरफ एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक और आईटीसी के शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड में इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख से घरेलू बाजारों में भी धारणा अच्छी रही। इसके अलावा अमेरिका में कर्ज देनदारी संकट सुलझने और फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में वृद्धि का सिलसिला थमने की उम्मीद बढ़ने से भी बाजार को समर्थन मिला।’’
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप 0.51 प्रतिशत चढ़ गया जबकि मिडकैप में 0.29 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि निफ्टी लगातार अपने सर्वकालिक उच्चस्तर की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक की इस हफ्ते होने वाली मौद्रिक समीक्षा बैठक के पहले वाहन और वित्तीय क्षेत्र के शेयरों पर खास नजर रहने की उम्मीद है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में दोपहर के सत्र में मिला-जुला रुख देखने को मिला। अमेरिकी बाजार पिछले कारोबारी दिन शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि मई में हल्की गिरावट के बावजूद 61 अंक से ऊपर है। एक मासिक सर्वेक्षण में सोमवार को कहा गया कि मांग की अनुकूल स्थिति और नए ग्राहकों की मदद से सेवा क्षेत्र मजबूत बना हुआ है। अप्रैल के मुकाबले मई में गतिविधियों में गिरावट के बावजूद सेवा उत्पादन में जुलाई, 2010 के बाद से दूसरी सबसे तेज वृद्धि हुई। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.92 प्रतिशत चढ़कर 77.59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों से निकासी की है। एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने शुक्रवार को 658.88 करोडड रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजारों ने कारोबारी हफ्ते की शुरुआत वैश्विक संकेतों के सहारे बढ़त के साथ की। हालांकि, इस तेजी को कायम रखने के लिए वैश्विक स्तर पर स्थिरता की जरूरत होगी।’’