पहला सिलहट-सिलचर महोत्सव शुक्रवार को असम की बराक घाटी में होगा शुरू
गुवाहाटी: भारत और बांग्लादेश के पड़ोसी क्षेत्रों के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंधों का जश्न मनाने के लिए पहला सिलहट-सिलचर महोत्सव शुक्रवार को असम की बराक घाटी में शुरू होगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त रुहुल अमीन ने असम में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बांग्लादेश के विदेश मामलों के मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लगभग 75 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल में मंत्री, व्यवसायी और सांस्कृतिक जगत से जुड़ी हस्तियां शामिल होंगी।.
इस महोत्सव का आयोजन ‘इंडिया फाउंडेशन’ द्वारा केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में ‘बांग्लादेश फाउंडेशन फॉर रीजनल स्टडीज’ के सहयोग से किया जा रहा है। महोत्सव का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है।.
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष और पाकिस्तान से बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया जायेगा।.
आयोजन समिति के एक प्रमुख सदस्य एवं सिलचर के सांसद राजदीप रॉय ने कहा कि शहर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में दोनों क्षेत्रों के व्यंजन, कला, शिल्प, संस्कृति और स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों पक्षों के प्रतिष्ठित लोग आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’’.
अमीन ने बताया कि बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को करीमगंज जिले के सुतरकंडी भूमि बंदरगाह पहुंचेगा और इसके बाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सिलचर जाएगा।.
उन्होंने कहा, ‘‘सिलहट और सिलचर के बीच लंबे समय से घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध हैं और यह उत्सव दोनों देशों के इन दो पड़ोसी क्षेत्रों की जनता के स्तर पर संपर्क को और मजबूत करेगा।’’.
इस कार्यक्रम में भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त मुस्तफिजुर रहमान, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन जी. किशन रेड्डी, विदेश राज्य मंत्री आर. के. रंजन सिंह और मिजोरम के राज्यपाल कंभमपति हरि बाबू सहित कई लोग शामिल होंगे।.