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अब हिंसा भड़कने के दो दिन बाद, राज्य सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया है।
मुंबई: महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन हिंसक होने तथा कुछ पुलिसकर्मियों एवं अन्य के घायल होने के बाद स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस ने 360 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आंदोलन का नेतृत्व मनोज जारांगे पाटिल ने की। वहीं अब हिंसा भड़कने के दो दिन बाद, राज्य सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। सरकारी सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
पाटिल मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जालना के अंतरवाली सारथी गांव में मंगलवार से भूख हड़ताल कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश करने के बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया। हिंसा भड़कने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान 40 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए और राज्य परिवहन की 15 से अधिक बस को आग लगा दी गई।
पुलिस ने बताया कि इस हिंसा के सिलसिले में 360 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सरकार के एक सूत्र ने बताया कि पाटिल को मराठा आरक्षण मुद्दे पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। सूत्र ने कहा, ‘‘मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर सरकारी अधिकारियों और पाटिल के बीच बैठक होगी।’’.