बच्चा मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास 60 फुट गहरे बोलवेल में गिर गया था।
विदिशा : मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में सात वर्षीय एक बच्चे को बोरवेल में गिरने के लगभग 24 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बता दें कि बचाव अभियान लगातार 24 घंटे तक चला। उप विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) हर्षल चौधरी ने बताया कि बच्चे को जिला मुख्यालय से लगभग 14 किलोमीटर दूर लटेरी शहर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर बच्चे की जांच कर जल्द ही उसके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी देंगे।
बता दें कि बच्चा मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास 60 फुट गहरे बोलवेल में गिर गया था। वह बोरवेल में 43 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था। जानकारी के अनुसार बच्चे को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मशीन की मदद से बोरवेल के बगल में एक अन्य गड्ढा खोदा गया।
लोकेश अहीरवर नाम का बच्चा लटेरी तहसील के खेरखेड़ी पाथर गांव में अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था, तभी वह फिसलकर बोरवेल में गिर गया। एसडीएम चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों ने प्रशासन को घटना की सूचना दी, जिसके बाद एक बचाव दल मौके पर पहुंचा और बच्चे को बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एक अभियान शुरू किया।
विदिशा के कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि बोरवेल में एक ऑक्सीजन पाइप उतारा गया और बचाव दल ने ‘नाइट विजन उपकरण’ (अंधेरे में देखने में मदद करने वाले उपकरण) के जरिये फंसे हुए बच्चे पर नजर रखी। उन्होंने बताया कि बच्चे को बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवानों को बचाव अभियान में लगाया गया।