कुल 3,337 मतदान केंद्रों में से 1,100 केंद्रों को संवेदनशील और 28 को अति संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
अगरतला : त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बृहस्पतिवार को मतदान जारी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) जी. किरणकुमार दिनकरराव ने यह जानकारी दी। मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत का भरोसा जताया और कहा कि उनकी पार्टी पिछले बार के चुनाव से इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने यहां महारानी तुलसीवाटी गर्ल्स स्कूल में स्थापित एक मतदान केंद्र जाते समय संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे शत प्रतिशत विश्वास है कि भाजपा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। पार्टी को पिछली बार की तुलना में अधिक सीट मिल सकती हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, साहा ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में इस तरह से चीजें तय नहीं होतीं। अभी मैं मुख्यमंत्री हूं।’’
दिनकरराव ने बताया कि राज्य में कुल 28.13 लाख मतदाता 3,337 मतदान केंद्रों में वोट डालेंगे और 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान शुरू होने के बाद शुरुआती एक घंटे में पूर्वोत्तर राज्य में कहीं किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली और ना ही ईवीएम में गड़बड़ी की कोई खबर मिली।
कुल 3,337 मतदान केंद्रों में से 1,100 केंद्रों को संवेदनशील और 28 को अति संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है। कम से कम 97 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला चुनाव कर्मी कर रही हैं।. दिनकरराव ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है, ताकि राज्य के बाहर से कोई उपद्रवी तत्व आकर मतदान प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न नहीं कर सकें।.
सीईओ ने कहा, ‘‘स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए 31,000 मतदानकर्मी और केंद्रीय बलों के 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं। इसके अलावा, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस और राज्य पुलिस के 31,000 कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा।’’.
उन्होंने बताया कि अगरतला हवाई अड्डे पर आपातस्थितियों के लिए एक एयर एम्बुलैस को तैनात रखा गया है।. उन्होंने मतदाताओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की और कहा कि उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
दिनकरराव ने कहा, ‘‘दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं, ताकि उन्हें मतदान केंद्रों पर किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।’’ पूर्वोत्तर राज्य में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) गठबंधन सत्ता पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश में है। वहीं, वाम-कांग्रेस गठबंधन ने भी सत्ता पाने के लिये पूरा जोर लगाया है। क्षेत्रीय संगठन टिपरा मोथा स्वायत्त परिषद चुनावों में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद विधानसभा के चुनाव मैदान में पहली बार उतरी है।.
भाजपा 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। एक सीट पर दोनों के बीच दोस्ताना मुकाबला होगा।.
वाम मोर्चा 47 सीट पर चुनाव लड़ रहा है और इसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही है।. तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं।. मतगणना दो मार्च को होगी।. साहा टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत देबबर्मा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।.