शुक्रवार शाम करीब पांच बजकर 40 मिनट पर इमारत गिर गई.
ठाणे (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र में ठाणे जिले के डोम्बिवली इलाके में शुक्रवार को चार मंजिला रिहायशी इमारत गिरने के बाद दो पुरुषों की मौत हो गयी और एक महिला को मलबे से जीवित निकाला गया।
नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि प्राधिकारियों ने पहले ही इमारत को ‘‘जर्जर और खतरनाक’’ घोषित किया हुआ था। उन्होंने बताया कि कल्याण डोम्बिवली नगर निगम (केडीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले आयरे गांव में स्थित ‘आदिनारायण भवन’ शाम को ढह गया। इमारत में 44 मकान थे और इसका कुछ हिस्सा गिरने के बाद बृहस्पतिवार से ही इसे खाली कराया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम करीब पांच बजकर 40 मिनट पर इमारत गिर गई और खोज एवं बचाव दलों ने कुछ समय बाद मलबे से सूरज बिरजा लोद्या (55) का शव निकाला।
ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तडवी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रात करीब सवा नौ बजे 54 वर्षीय दीप्ति सुनील लोद्या को मलबे से जीवित निकाला गया और उसे एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि बाद में मलबे से अरविंद भटकर (70) नामक एक व्यक्ति का शव भी निकाला गया। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान अभी चलाया जा रहा है क्योंकि एक और व्यक्ति के मलबे में दबे होने की आशंका है।
केडीएमसी प्रमुख भाऊसाहेब दांगडे ने बताया कि ऐसी जानकारी है कि दो लोग बीमार थे और उनके मलबे में फंसे होने की आशंका थी जबकि बाकी अन्य निवासियों को बाहर निकाल लिया गया था।.
दांगडे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘50 वर्ष पुरानी इमारत को खतरनाक घोषित किया गया था और इसमें रहने वाले लोगों को एक नोटिस जारी कर इमारत खाली करने के लिए कहा गया था। कई लोगों ने इमारत खाली कर दी थी लेकिन कुछ इमारत में लौट आए थे।’’ उन्होंने बताया कि इमारत का कुछ हिस्सा गिर रहा था और बृहस्पतिवार शाम को इसे खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की गयी तथा इमारत ढहने के वक्त भी यह प्रक्रिया चल रही थी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘यह एक अवैध इमारत थी और केडीएमसी ने पहले ही इसे खतरनाक करार दिया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार मलबे में एक महिला के दबे होने की आशंका है।’’ उन्होंने बताया कि दांगडे तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में दमकलकर्मी और स्थानीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के सदस्यों द्वारा राहत एवं बचाव अभियान चलाया गया।
घटनास्थल पर नगर निकाय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वार्ड में 40 इमारतें थीं जिन्हें खतरनाक घोषित किया गया था जबकि केडीएमसी की सीमा के तहत विभिन्न श्रेणियों में ऐसी 602 इमारतें हैं। ऐसी इमारतों पर नगर निकाय की कार्रवाई पर एक सवाल के जवाब में दांगडे ने कहा कि अभी घटनास्थल पर तलाश एवं बचाव अभियान चलाना प्राथमिकता है। इससे पहले, तडवी ने बताया कि इमारत गिरने के बारे में सूचना मिलने के बाद ठाणे आपदा मोचन बल के एक दल को भी घटनास्थल पर भेजा गया।