नायडू भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल में हैं।
अमरावती: अपने नेता एन. चंद्रबाबू नायडू की रिहाई की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायकों के विरोध के चलते शुक्रवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।
नायडू भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल में हैं। कई करोड़ रुपये के आंध्र प्रदेश कौशल विकास निगम घोटाले के सिलसिले में विपक्ष के नेता की गिरफ्तारी को लेकर विधानसभा की कार्यवाही दूसरे दिन भी बाधित रही। मुलापेटा बंदरगाह के प्रभावितों को राहत एवं पुनर्वास के अनुमान पर चर्चा शुरू होते ही तेदेपा विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास आ गए और तम्मिनेनी सीताराम के आसपास खड़े हो गए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी की और इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति मांगी। इसके जवाब में वित्त मंत्री बुग्गना राजेंद्रनाथ ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे तेदेपा विधायक अनुभवी हैं और वे मर्यादा का पालन नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रदर्शन का अधिकार है। उन्होंने तेदेपा नेताओं को आगाह किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक भी इसी तरह जवाब दे सकते हैं। शोर शराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने करीब 20 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस बीच सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू ने कहा कि विपक्षी दल के विधायक सिर्फ सदन की कार्यवाही बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं जबकि सत्ता पक्ष के लोग किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद तेदेपा विधायकों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा जबकि नरसापुरम के विधायक और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के मुख्य सचेतक एम. प्रसाद राजू ने कहा कि विपक्षी पार्टी के कुछ विधायक सदन में वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे।