एक विवाहिता ने अपने 10 महीने के मासूम बेटे के साथ पानी के कुंड में कूद गई जहां मां-बेटे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई.
राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ थाना इलाके में रविवार रात एक विवाहिता ने अपने 10 महीने के मासूम बेटे के साथ पानी के कुंड में कूद गई जहां मां-बेटे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई. घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है. वहीं सोमवार को दोनों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई जिसके बाद पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी गई. वहीं घटना को लेकर पीहर पक्ष ने दहेज के लिए ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है.
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक नहरी क्षेत्र के 4-6 सीएचएम में विवाहिता अमरती (23) अपने 10 महीने के बमृतका के भाई जेठाराम ने लिखित में पुलिस को एक रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहन अमरती की शादी 2018 में भील बस्ती में मोहनगढ़ के रहने वाले भंवरलाल के साथ हुई थी. वहीं शादी के बाद से ही लगातार उसकी बहन को पति, ससुर, सास और देवर दहेज के लिए परेशान करते थे और कई बार उसके साथ मारपीट भी हुई है.बच्चे के साथ खेत में बनी डिग्गी में कूदी.
पुलिस ने शव मेडिकल बोर्ड से सोमवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिए. वहीं मोहनगढ थानाधिकारी ने बताया कि अमरती के भाई की ओर से उसके पति, सास, ससुर के खिलाफ दहेज और हत्या का मामला दर्ज करवाया गया है जिसकी पुलिस जांच कर रही है. बता दें कि अमरती की शादी 4 साल पहले हुई थी.
डिग्गी में तैर रहे थे शव:
मोहनगढ पुलिस थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि डिग्गी में शव पड़े होने की सूचना पर विवाहिता के पीहर पक्ष की ओर से दी गई जिसके बाद पुलिस ने डिग्गी से दोनों के शव बाहर निकलवाकर कब्जे में लिए.
पुलिस का कहना है कि मृतका का पति भंवरलाल अपने परिवार सहित नहरी क्षेत्र 4-6 सीएचएम में कासम खां के मुरब्बे में काश्त का काम करता है जहां सोमवार तडक़े अपनी पत्नी अमरती (23) और करण (10) महीने के बच्चे को घर में नहीं देख कर मुरब्बे में खोजा जिसके बाद दोनों के शव डिग्गी में तैरते हुए मिले.
दहेज हत्या का लगा आरोप:
वहीं पुलिस ने घटना के बाद मौके पर पीहर पक्ष को बुलाया जहां पीहर पक्ष ने आरोप लगाया कि दहेज की वजह से अमरती को मारकर डिग्गी में फेंका गया है.