तेलंगाना में सत्ता विरोधी लहर होने का दावा करते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ ‘भारत राष्ट्र समिति’ और भाजपा को हराने के लिए पार्टी नेताओं के बीच एकता की ...
हैदराबाद : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को तेलंगाना में पार्टी नेताओं से कहा कि वे पार्टी मंचों पर अपने विचार रखें और साथ ही आगाह किया कि खुले तौर पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तेलंगाना में सत्ता विरोधी लहर होने का दावा करते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए पार्टी नेताओं के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
पार्टी की राज्य इकाई में जारी संकट को हल करने के लिए सिंह बुधवार शाम से तेलंगाना में कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया है कि पार्टी में शामिल होने वालों को ‘‘ पार्टी से लंबे समय जुड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं’’ पर तरजीह दी जा रही है।.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ राजनीति में महत्वाकांक्षा होना स्वाभाविक है और हर व्यक्ति की अपनी महत्वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन पार्टी का अनुशासन सर्वोच्च है। मैं सभी कांग्रेसियों, खासकर वरिष्ठ नेताओं से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि वे अपनी बात पार्टी और उसके नेतृत्व के समक्ष रखें।’’ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि आरोप-प्रत्यारोप लगाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चाहता है कि हाल की जैसी घटना दोबारा न हो।
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर ऐसा दोबारा हुआ तो कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो।’’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अविभाजित आंध्र प्रदेश में पार्टी मामलों के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईआईसी) के प्रभारी के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। सिंह ने दावा किया कि भाजपा, कांग्रेस पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने का प्रयास कर रही है क्योंकि वह पदयात्रा को मिल रहे भारी समर्थन से चिंतित हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘ कोविड-19 से खतरा है तो नीति सबके लिए समान होनी चाहिए। भाजपा की सभाएं चलती रहनी चाहिए। राजस्थान में भाजपा की रैलियां, पदयात्राएं चलती रहनी चाहिए, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के सुझाव दे रहे हैं। यह स्पष्ट है कि भाजपा और (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) आरएसएस चिंतित है।’’
सिंह ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के सम्पन्न होने के बाद, कांग्रेस ने ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान को हर घर तक ले जाने का फैसला किया है।