मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 11 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।
रायपुर: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक और 40 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग मतदाता छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव में घर से ही डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कर सकेंगे। कुमार ने कहा कि दूसरे विशेष सारांश संशोधन (एसएसआर) के दौरान आदिवासी बहुल राज्य में पांच विशेष पिछड़ी जनजातियों (पीवीटीजी) से संबंधित मतदाताओं को नामांकित करने के लिए गहन अभियान चलाया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने यह भी कहा कि उन्होंने संबंधित प्रशासनिक और कानून-व्यवस्था से जुड़े विभागों को चुनाव के दौरान शराब, नकदी, मुफ्त वस्तुओं और नशीली वस्तुओं की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए राज्य में 105 चेक पोस्ट को चालू रखने तथा वहां सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 11 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।
कुमार की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के एक दल ने पिछले दो दिनों के दौरान राजनीतिक दलों, कानून-व्यस्था से जुड़े विभागों, जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों (एसपी), राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “विधानसभा चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से वोट डालने की सुविधा होगी। यही सुविधा दिव्यांग मतदाताओं (40 प्रतिशत से अधिक) के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें चुनाव की अधिसूचना के पांच दिनों के भीतर फॉर्म 12डी भरना होगा।” उन्होंने कहा कि इन मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने-ले जाने की सुविधा भी मिलेगी।
कुमार ने बताया कि राज्य में 1.97 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 98.5 लाख महिलाएं, 98.2 लाख पुरुष और 762 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि राज्य में 80 वर्ष से अधिक आयु वाले 2.02 लाख मतदाता और सौ साल से ज्यादा उम्र वाले 2948 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 18 से 19 वर्ष उम्र के 4.43 लाख ऐसे मतदाता हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे। वहीं, राज्य में 19,854 सर्विस मतदाता हैं।
कुमार ने कहा कि पांच पीवीटीजी-अबुझमाड़िया, कमार, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर और बैगा मतदाता, जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, उनके नामांकन के लिए एक गहन अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में इनकी संख्या 1.86 लाख है और 1.15 लाख लोग 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, जिनमें से 1.13 लाख मतदाता हैं। कुमार ने मतदाताओं से लोकतंत्र के उत्सव में अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराने का आग्रह किया। अधिकारी ने बताया कि राज्य में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 24,109 है। उनमें से 900 'संगवारी' मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला कर्मियों द्वारा किया जाएगा, जिनमें महिला सुरक्षा कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं, 90 मतदान केंद्र दिव्यांग जनों द्वारा प्रबंधित होंगे।. कुमार ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर शौचालय, व्हीलचेयर और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।