कई इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
हैदराबाद: तेलंगाना की मुख्य सचिव ए शांति कुमारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने के चलते प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।
बारिश के कारण नदी-नालों और अन्य जल निकायों के उफान पर होने के कारण राज्य के निचले क्षेत्र जलमग्न हो गये हैं जबकि कई इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मंदिरों के शहर भद्राचलम में गोदावरी नदी का जल स्तर दोपहर एक बजे तक 49.48 फुट पर पहुंच जाने से बाढ़ की दूसरी चेतावनी जारी की गई, जबकि तीसरी और अंतिम चेतावनी जल स्तर के 53 फुट पर पहुंचने पर जारी की जाती है।. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि निचले क्षेत्र के लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है और अन्य जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
भारी बारिश के मद्देनजर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शिक्षा मंत्री पी सबिता इंद्रा रेड्डी को राज्य की सभी शैक्षिक संस्थाओं में शुक्रवार को अवकाश घोषित करने का निर्देश दिया है।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में बाढ़ की स्थिति की वरिष्ठ अधिकारी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ लगातार समीक्षा कर रहे हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल और अग्निशमन विभाग की टीम आपात स्थिति में किसी भी तरह के बचाव और राहत कार्यों को शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सचिवालय में बाढ़ पर निगरानी के लिए विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कोठागुडेम और हैदराबाद जिलों में एनडीआरएफ की दो-दो टीम तैयार रखी गई हैं, जबकि मुलुगु और वारंगल जिलों में एनडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई है।
राज्य के कई जिलों, विशेषकर उत्तरी तेलंगाना में, कल रात से लगातार बारिश हो रही है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन जिलों में 30 से 40 सेमी तक बारिश दर्ज की गई है।
भूपालपल्ली जिले के मोरंचापल्ली गांव में मोरंचवागु (एक नाला) उफान पर है और इसके कारण पूरा गांव जलमग्न हो गया है। जिला प्रशासन ने गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है।
निर्मल जिला स्थित काडेम परियोजना से बहुत अधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया है जिसके कारण जलग्रहण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि काडेम परियोजना के तहत जल स्तर की पूर्ण क्षमता 700 फुट है, लेकिन सुबह के समय इसका स्तर 702 फुट था, लेकिन पानी के निकलने की दर पानी के आने की दर से अधिक होने के कारण जल स्तर में गिरावट आ रही है।.
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग के यहां स्थित केंद्र ने दोपहर एक बजे जारी अपनी विशेष रिपोर्ट में कहा कि विकाराबाद, सांगारेड्डी, मेडक में कुछ स्थानों पर 27 जुलाई को दोपहर एक बजे से 28 जुलाई की सुबह साढ़े आठ बजे तक भारी से बहुत भारी और अति भारी बारिश (24 सेमी से अधिक भारी) होने की संभावना है।
इस अवधि में हैदराबाद में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 28 जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे से 29 जुलाई की सुबह साढ़े आठ बजे तक आदिलाबाद, निर्मल और निजामाबाद जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।