उन्होंने कहा कि भारत की प्रत्येक कला उसके विविधतापूर्ण इतिहास और संस्कृतियों की झलक है।
मलप्पुरम (केरल): केरल के मलप्पुरम में प्रसिद्ध कोट्टक्कल आर्य वैद्यशाला में आयुर्वेदिक आरोग्य उपचार ले रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसके परिसर में स्थित श्री विश्वंभरा मंदिर में पूजा-अर्चना की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि गांधी ने बुधवार शाम को मंदिर में दर्शन किए।
उन्होंने बृहस्पतिवार को बताया कि गांधी के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी विधायक एपी अनिल कुमार भी थे।
बाद में गांधी ने आर्य वैद्यशाला में स्थित राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त केंद्र पीएसवी नाट्यसंघम में कथकली नृत्य भी देखा। विश्वंभरा को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और आर्य वैद्यशाला में आने वाले रोगी इस मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जरूर आते हैं।
सूत्रों ने बताया कि मलयालम के प्रख्यात लेखक और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता एम टी वासुदेवन नायर ने भी गांधी के साथ कथकली नृत्य देखा। नायर वैद्यशाला में गांधी के कमरे के बगल में रह रहे हैं।
फेसबुक पर अपने एक पोस्ट में गांधी ने कहा, ‘‘आर्य वैद्यशाला कोट्टक्कल के तत्वावधान में प्रसिद्ध शास्त्रीय केंद्र, पीएसवी नाट्यसंघम में हुए कथकली नृत्य का भरपूर आनंद लिया...।’’ उन्होंने कहा कि भारत की प्रत्येक कला उसके विविधतापूर्ण इतिहास और संस्कृतियों की झलक है।
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे श्री विश्वंभरा मंदिर में दर्शन करने का भी मौका मिला और मैं यहां की शांति से मंत्रमुग्ध हो गया।’’ चार भुजाओं वाले विश्वंभर को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, जिनकी चारों भुजाओं में दिव्य शंख, चक्र, गदा और कमल विराजमान है।