स्टालिन ने कहा, "आज देश पर जो खतरा है, वह इतिहास में छेड़छाड़ को लेकर है। शिक्षा, भाषा, संस्कृति, प्राधिकार, अर्थव्यवस्था और प्रशासन में संविधान ...
चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने को मंगलवार को 'खतरा' बताया और कुछ लोगों द्वारा "काल्पनिक कहानियों" को इतिहास के रूप में पेश करने को लेकर आगाह किया।
स्टालिन यहां ‘‘इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस’’ के 81वें वार्षिक सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने सरकार के धर्मनिरपेक्ष बने रहने की जरूरत पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि क्या इतिहास का अध्ययन करने से उनके लिए आकर्षक करियर सुनिश्चित होगा, लेकिन ऐसा करना केवल डिग्री और वेतन प्राप्त करने को लेकर नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमें अपने बारे में जानने के लिए इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। जिन लोगों ने अतीत का अध्ययन किया है, वे ही वर्तमान में इतिहास रच सकते हैं, आगे के बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं। ऐसा इतिहास विज्ञान आधारित तथ्य होना चाहिए। कुछ लोग काल्पनिक कहानियों को इतिहास बता रहे हैं। उन पर विश्वास कर मूर्ख नहीं बनना चाहिए और उन्हें स्वीकार भी नहीं किया जाना चाहिए।’’
स्टालिन ने कहा, "आज देश पर जो खतरा है, वह इतिहास में छेड़छाड़ को लेकर है। शिक्षा, भाषा, संस्कृति, प्राधिकार, अर्थव्यवस्था और प्रशासन में संविधान की गरिमा की रक्षा की जानी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "इतिहास ऐसा दस्तावेज नहीं होना चाहिए जिसमें सिर्फ नरेशों, उनकी जीवन शैली और जीत की चर्चा हो। इतिहास में सभी क्षेत्रों के लोगों को भी प्रतिबिंबित किया जाना चाहिए। हमारा ऐसा मानना है।"