रिपार्ट के अनुसार, ‘‘तमिलनाडु, भारत की दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है।
Tamil Nadu's economy will be $2,600 billion by 2047-48: Report तमिलनाडु का बाजार मूल्य पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2047-48 तक लगभग 2,600 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में राज्य का जीडीपी 294 अरब डॉलर था। हालांकि, इस संभावित वृद्धि को हकीकत का रूप देने के लिए राज्य को 111 अरब डॉलर के पूंजीगत व्यय की जरूरत होगी।.
रियल एस्टेट कंपनियों का संगठन क्रेडाई और संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली नाइट फ्रैंक ने ‘तमिलनाडु: अनवीलिंग इकनॉमिक डायनेमिज्म एंड फ्यूचर पोटेंशियल’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है।
रिपार्ट के अनुसार, ‘‘तमिलनाडु, भारत की दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है। यह देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 8.8 प्रतिशत का योगदान देता है। वित्त वर्ष 2022-23 में, राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 294 अरब डॉलर तक होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कोविड-19 महामारी से पहले 10 साल की अवधि (वित्त वर्ष 2009-2019) में तमिलनाडु की आर्थिक वृद्धि दर औसतन सालाना 11 प्रतिशत रही।’’.
इसमें कहा गया है कि विकास की इस गति से, तमिलनाडु का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2047-48 तक 2,600 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।.
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘वर्तमान में, तमिलनाडु सरकार अपने जीएसडीपी का 4.8 प्रतिशत पूंजीगत व्यय मद में आवंटित कर रही है। इसमें बड़े पैमाने पर राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आवंटित राशि शामिल है।’’.
इसमें कहा गया है, ‘‘वित्त वर्ष 2047-48 तक 2,600 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए, पूंजीगत व्यय मद में आवंटन को जीएसडीपी के 5.7 प्रतिशत तक बढ़ाना जरूरी है।’’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘वित्त वर्ष 2024-25 से 2047 -48 की संचयी अवधि में, राज्य को कुल 111 अरब डॉलर का पूंजी व्यय करना चाहिए।’’