पारस ने कहा कि उनका काम है राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को गाँव-गाँव तक पहुँचाकर अपने बड़े भाई स्व0 रामविलास पासवान जी की सपने को साकार करना है।
पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का 23वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से राजधानी के रविन्द्र भवन सभागार में मनाया गया जहां देश के लगभग सभी राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के संस्थापक स्व0 रामविलास पासवान, दलित सेना के पूर्व अध्यक्ष स्व0 रामचन्द्र पासवान एवं बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर की तैल्य चित्र पर माल्यर्पाण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि जब दल टूटता है तो वह फिर से जुट जाता है मगर जब दिल टूटता है तो वह नहीं जुड़ता। चिराग पासवान ने दल और दिल दोनों तोड़कर पार्टी के संस्थापक स्व0 रामविलास पासवान के सपनों को चकनाचूर किया है। चिराग ने दल के बहुमत को नकार कर अलग चुनाव लड़ा और पार्टी की मिट्टी पलिद की, उसने हमकों दल से निकालने की भी धमकी दी थी।
पारस ने कहा कि वे जबतक जिंदा है एनडीए का साथ नहीं छोड़ेगें। 2024 का लोकसभा चुनाव एवं 2025 का विधानसभा चुनाव पूरी मजबूती के साथ एनडीए के साथ लड़ेगें उन्होनें कहा कि चिराग विधानसभा चुनाव के समय एनडीए छोड़कर चले गये और आज एनडीए में आने के लिए व्याकुल हैं।
पारस ने कहा कि उनका काम है राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को गाँव-गाँव तक पहुँचाकर अपने बड़े भाई स्व0 रामविलास पासवान जी की सपने को साकार करना है।
उन्होने कहा कि कुढ़नी विधानसभा में एनडीए के प्रत्याशी केदारगुप्ता उपचुनाव में बहुमत से जीत रहे हैं क्योंकि वहां की जनता कह रही है कि यह चुनाव राजद के विधायक अनिल सहनी के भ्रष्टाचार में शामिल होने के कारण हो रहा है।
पारस ने कहा कि रामविलास पासवान 1989 से लेकर जीवन के अंतिम समय तक गरीबों के कल्याण के लिए काम करते रहे। मंडल कमीशन, हाजीपुर में रेलवे का जोनल कार्यालय की स्थापना, संचार क्राति के तहत हर गरीब तक मोबाईल पहुँचाना एवं गरीबों को मुफ्त राशन देना सहित कई कार्य लोगों के लिए यादगार साबित हो रहा है।
उन्होनें प्रधानमंत्री से माँग की की देश के दूसरे अम्बेदकर के रूप में विख्यात रामविलास पासवान जी को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया जाये तथा हाजीपुर स्टेशन के नाम के पहले रामविलास पासवान जी का नाम जोड़ा जाये। उन्होनें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि 1981 से हाजीपुर के सांसद रहे रामविलास पासवान जी की प्रतीमा हाजीपुर समाहरणालय में लगे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष पिंस राज पासवान ने कहा कि पार्टी को सींचनें के लिए रामविलास पासवान जी के बाद उनके भाई पशुपति कुमार पारस का स्थान है पार्टी में टूट के वाबजूद भी पशुपति कुमार पारस रामविलास पासवान जी के आवाज को आगे बढ़ा रहे हैं, उन्होनें कहा कि रामविलास पासवान जी खाद्य आपूर्ति मंत्री रहते हुए अम्बेदकर छात्रावास में रह रहे गरीब, दलित छात्रों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था करायी।
उन्होनें कहा कि हमलोगों का निर्णय पार्टी को तोड़ना नहीं बस राष्ट्रीय अध्यक्ष का बदलाव करना था मगर चिराग पासवान के जिद के कारण पार्टी टूटी है मगर हमलोग अब पार्टी के सदस्यता अभियान में बढ़ चढकर हिस्सा लेकर इसे और मजबूत करना है। इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने कहा कि बिहार में 40 लोकसभा व 243 विधानसभा की सीट है इतने ही टिकट दिये जा सकते हैं मगर सभी कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि पार्टी की मजबूती के लिए काम करना है।
मौके पर खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर ने कहा कि उन्होनें कांग्रेस छोड़ रामविलास पासवान जी के सिद्धांत को स्वीकार किया और उनकी विचार धारा को आगे बढ़ा रहे हैं। मौके पर पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष वीणा देवी ने कहा कि पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में दल के पाँचों सांसद एकजुट हैं और पार्टी को बूथ स्तर तक पहुँचाना उनकी प्राथमिकता है।
इस मौके पर नवादा के सांसद चंदन सिंह ने कहा कि रामविलस पासवान जी का विचार सभी समाज एवं धर्म को साथ लेकर चलना था वे सच्चे मायने में सबका ख्याल रखते थे। इस मौके पर पार्टी के विधान पार्षद भूषण कुमार ने स्व0 रामविलास पासवान को दलितों का सच्चा हितैषी बताया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश के प्रधानमहासचिव केशव सिंह एवं आगत अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा किया।