बच्ची के शव को रविवार को उस स्कूल में रखा गया जहां वह पढ़ती थी और रविवार को सैकड़ों लोग उसे श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
कोच्चि: केरल के कोच्चि में दुष्कर्म के बाद एक बच्ची की हत्या किए जाने की घटना से लोगों में काफी रोष है और उन्होंने आरोपी को मौत की सजा दिए जाने की मांग की है। बच्ची के शव को रविवार को उस स्कूल में रखा गया जहां वह पढ़ती थी और रविवार को सैकड़ों लोग उसे श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उन्होंने आरोपी को कठोर दंड दिए जाने की मांग की।
सुबह 11 बजे के करीब बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। टेलीविजन पर दिखाए गए दृश्यों में बहुत से लोग बच्ची को दफनाए जाते वक्त रोते दिखाई दिए। शुक्रवार को कथित तौर पर बिहार के एक कामगार ने बच्ची को अगवा किया था और दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी थी। यह कामगार और बच्ची का परिवार एक ही इमारत में रहते थे।
शनिवार को बच्ची का शव अलूवा इलाके में एक बाजार में बोरे में मिला था। इससे पहले शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उससे पूछताछ नहीं की जा सकी थी क्योंकि वह नशे की हालत में था।
बच्ची को श्रद्धांजलि देने उसके सहपाठियों की माताएं भी पहुंचीं। बेहद गमगीन माहौल में लोगों के दिलों में घटना को लेकर गुस्सा दिखाई दिया। महिलाओं ने कहा कि आरोपी को जेल में रखना और उसे खाना खिलाना न्याय नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ उसकी उसी तरह से हत्या की जानी चाहिए जैसे उसने बच्ची की हत्या की थी। अगर सरकार नहीं कर सकती तो उसे जनता के हवाले कर दीजिए।’’ कांग्रेस विधायक अनवर सदाथ ने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार और पुलिस यह सुनिश्चित करे कि आरोपी को मौत की सजा सजा मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘जनता का प्रतिनिधि होने और एक पिता होने के नाते मैं भी यही चाहता हूं। मैंने कल केरल के मुख्यमंत्री से बात की और उनसे अनुरोध किया कि इसे एक एकमात्र घटना के रूप में देखकर जांच समाप्त नहीं करें।’’
सदाथ ने कहा, ‘‘घटना के बाद से अभिभावक डरे हुए हैं। इसलिए सरकार और पुलिस को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक सतर्क होना होगा।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के बीच किसी भी आपराधिक तत्व और उनमें से कुछ के द्वारा मादक पदार्थों के कथित उपयोग की पहचान करने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए।
भाजपा नेता सोभा सुरेंद्रन ने भी आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग की और उन्होंने लोगों से सड़कों पर उतरकर सरकार से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करने की मांग करने की अपील की। घटना के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य पुलिस की कड़ी आलोचना की और बच्ची का पता लगाने में पुलिस की ओर से कथित तौर पर चूक होने का आरोप लगाया।
केरल के पुलिस प्रमुख एस दरवेश साहेब ने आरोपों को खारिज किया और कहा कि जांचकर्ताओं के स्तर पर कोई चूक नहीं हुई है। केरल पुलिस ने शनिवार को अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर अपने पोस्ट के जरिए पीड़ित परिवार से माफी मांगी और कहा कि बच्ची को उसके परिवार से मिलाने की उसकी कोशिशें सफल नहीं हो सकीं।