पिता ने यहां पत्रकारों से कहा, “यह एक शर्मनाक करतूत है। न मैं उससे मिलने अस्पताल गया, ना ही थाने या अदालतों में जाऊंगा।
उज्जैन : मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार करने के के मामले में आरोपी का परिवार खुलकर सामने आ गया है. इंसानियत को शर्मसार करने वाले आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति के पिता ने शुक्रवार को कहा कि उनके बेटे को फांसी की सज़ा दी जानी चाहिए जबकि स्थानीय बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं से अपील की है कि कोई भी वकील आरोपी का अदालत में बचाव न करे। इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधना जारी रखा हुआ है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर "चुप्पी" साधने का आरोप लगाया है।
मामले में आरोपी ऑटो रिक्शा चालक भरत सोनी को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था। उसके पिता ने यहां पत्रकारों से कहा, “यह एक शर्मनाक करतूत है। न मैं उससे मिलने अस्पताल गया, ना ही थाने या अदालतों में जाऊंगा। मेरे बेटे ने अपराध किया है, इसलिए उसे फांसी दी जानी चाहिए।” उज्जैन बार काउंसिल के अध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि इस घटना ने इस प्रसिद्ध नगरी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।.
उन्होंने कहा, “हम अपने सदस्यों से आरोपी का मुकदमा नहीं लेने की अपील कर रहे हैं।” तकरीबन 12 साल की लड़की जख्मी हालत में शहर की सड़कों पर भटकती मिली थी जिसके तीन दिन बाद सोनी को गिरफ्तार किया गया।
मेडिकल परीक्षण में साबित हो चुका है कि लड़की के साथ बलात्कार किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया था कि जांच के दौरान आरोपी भरत सोनी को जब पुलिस घटनास्थल पर ले गई तो उसने कथित रूप से भागने की कोशिश की और इस दौरान वह घायल हो गया। पीड़िता इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव होलकर महिला चिकित्सालय में भर्ती है जहां उसकी बुधवार को एक जटिल सर्जरी की गई।
एक काउंसलर (परामर्शदाता) ने उससे बातचीत की और पता लगाया कि वह मध्य प्रदेश के सतना जिले की रहने वाली है, लेकिन वह अपना नाम व पता ठीक से नहीं बता सकी। हालांकि, सतना पुलिस ने कहा है कि यदि यह वही लड़की है जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, तो इसकी पुष्टि उसके परिवार द्वारा उसकी पहचान करने के बाद होगी।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार की आलोचना की। राज्य में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति काफी खराब हो गई है।
श्रीनेता ने दावा किया, ‘‘अठारह साल से राज्य में भाजपा की सरकार रहने के दौरान बलात्कार के करीब 58 हजार और अपहरण के 68 हजार मामले सामने आए। मध्य प्रदेश में दलित, आदिवासी और महिला होना पाप हो गया है। नाबालिगों के साथ दुष्कर्म में मध्य प्रदेश नंबर एक है। ’’ उन्होंने आरोप लगाया कि इस स्थिति के बावजूद देश के प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह और भाजपा के तमाम नेता बस चुप्पी साधे बैठे हैं।.
कांग्रेस प्रवक्ता ने इस घटना पर महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की "चुप्पी" पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस के मध्य प्रदेश मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि दुष्कर्म के दौरान दलित समुदाय की इस लड़की से दिल्ली के निर्भया कांड से भी ज्यादा दरिंदगी की गई।