पता लगाने के लिए 12 लोगों से पूछताछ की और वानी के कॉल रिकॉर्ड खंगाले।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दो दिन पहले लापता हुए सेना के जवान जावेद अहमद वानी का पता लगाने के लिए 12 लोगों से पूछताछ की और वानी के कॉल रिकॉर्ड खंगाले। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
लद्दाख क्षेत्र में तैनात वानी छुट्टियों पर कुलगाम जिला स्थित अपने घर गए थे और उन्हें रविवार को ड्यूटी पर लौटना था। कुलगाम जिले के अचथल इलाके के रहने वाले वानी शनिवार शाम को लापता हो गए थे। वानी की कार शनिवार शाम को पारनहॉल में मिली। अधिकारियों ने बताया कि लापता जवान को खोजने के लिए तलाश अभियान जारी है, जिसके तहत 12 लोगों से पूछताछ की गई है और वानी के कॉल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
वानी के पिता ने अपहरण की आशंका जताते हुए अपहरकर्ताओं से उनके बेटे को सही-सलामत छोड़ने की अपील की है, क्योंकि वह अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं।
मोहम्मद अय्यूब वानी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं सभी भाइयों से अपील करता हूं कि मेरे बेटे को जिंदा छोड़ दें। अगर उसने किसी को परेशान किया है, तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। अगर वे चाहते हैं, तो मैं उसकी नौकरी भी छुड़वा दूंगा।’’ उन्होंने बताया कि उनका बेटा शनिवार शाम को मांस खरीदने बाजार गया था और उसे रविवार को लद्दाख क्षेत्र में ड्यूटी पर लौटना था।
मोहम्मद अय्यूब वानी ने कहा, ‘‘उसने अपने भाई से कहा था कि वह उसे कल (रविवार) हवाई अड्डे पर छोड़ दे। कुछ देर बाद हमें फोन आया कि उसकी कार लावारिस हालत में मिली है और उसके दरवाजे खुले हुए हैं।’’ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कार में खून के निशान थे, लेकिन अधिकारियों ने न तो इसकी पुष्टि की है और न ही इस बात से इनकार किया है।