राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा-आरोपी पादरी बनने का ढोंग कर रहा है, उसे पुलिस हिरासत के बजाय जेल भेजा जाना चाहिए
केन्या: अफ्रीकी का केन्या से एक हैरेन कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक पादरी के कहने पर कई लोगों की भूख से मौत हो गई. पादरी ने कहा कि यीशु से मिलने के लिए भूखा रहना पड़ता है। मामला तटीय शहर मालिंदी के पास का है, जहां एक सामूहिक कब्र की खुदाई के दौरान 50 शव मिले थे. इसमें बच्चे भी शामिल हैं.मामले में पादरी को गिरफ्तार कर लिया गया है
केन्याई पुलिस से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक अब तक 73 शव बरामद किए जा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, मृतक का मानना था कि अगर वे खुद भूखे रहेंगे तो स्वर्ग में जाएंगे।
मरने वालों की संख्या, जो लगातार बढ़ती ही जा रही है. मामले में जांच जारी है और आशंका जताई जा रही है कि यह संख्या बढ़ सकती है। दूसरी ओर, केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने 24 अप्रैल को देश के दक्षिण में एक पादरी के अनुयायियों में भुखमरी से हुई दर्जनों मौतों की तुलना आतंकवादी कृत्यों के परिणामों से की है।
उन्होंने कहा कि पादरी, मैकेंजी नथेंग, जो पुलिस हिरासत में है, को जेल में होना चाहिए। राष्ट्रपति ने आगे कहा, "हम जो देख रहे हैं... वह आतंकवाद के समान है। मैकेंज़ी पादरी होने का ढोंग कर रहा है जबकि वास्तव में वह एक जघन्य अपराधी है।"
दरअसल, केन्या रेड क्रॉस ने 112 लोगों के लापता होने की सूचना दी थी, जिसके बाद मालिंदी के पास शाखोला में 800 एकड़ के जंगल में चर्च के लोगों की बस्ती खोजने के लिए खोज शुरू की गई थी।
मैकेंज़ी को अपने अनुयायियों को यीशु से मिलने के लिए खुद को भूखा रहने के लिए लिए कहने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। कमजोर लोगों के एक समूह को जिंदा बचा लिया गया, लेकिन उनमें से कुछ की बाद में मौत हो गई। अधिकारियों ने तब मैकेंज़ी के 800 एकड़ खेत पर क्रॉस के साथ चिह्नित दर्जनों उथली कब्रों को देखा।
मालिंदी उप-काउंटी पुलिस प्रमुख जॉन केम्बोई के हवाले से मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सोमवार को 26 नए शवों की बरामदगी के साथ मरने वालों की कुल संख्या 73 हो गई है।