उन्होंने आगे कहा, ''लेकिन हमारी सरकार ने इस सोच को बदल दिया है।
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने यह धारणा बदल दी है कि नागरिक जो कर देते हैं, वह भ्रष्टाचार में बर्बाद हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस साल आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में 16 प्रतिशत की वृद्धि व्यवस्था में लोगों के विश्वास की दर्शाता है।
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोग लंबे समय से सोचते थे कि वे जो कर चुकाते हैं, उसका कोई मतलब नहीं है और उनकी मेहनत की कमाई भ्रष्टाचार में बर्बाद हो जाती है।
उन्होंने आगे कहा, ''लेकिन हमारी सरकार ने इस सोच को बदल दिया है। लोगों को आज लगता है कि उनका पैसा राष्ट्र निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।''
उन्होंने कहा कि सुविधाएं बढ़ रही हैं और जीवन सुगम हो रहा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, ''यह सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात काम चल रहा है कि जिन समस्याओं का आपने सामना किया, उनका सामना आपके बच्चों को न करना पड़े।''
मोदी ने कहा कि कर देने वाले लोगों में विकास कार्यों के प्रति विश्वास बढ़ा है और इसके कारण करदाताओं की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ''एक समय था जब देश में दो लाख रुपये की आय पर कर लगता था, आज मोदी की गारंटी देखिए कि सात लाख रुपये तक की आय पर भी कर नहीं लगता है।''
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद देश में आयकर संग्रह की मात्रा बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो सरकार और देश में हो रहे विकास के प्रति भरोसे को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ''आज लोग देख रहे हैं कि कैसे देश में रेलवे का कायाकल्प हो रहा है, मेट्रो का विस्तार हो रहा है, नए एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डों और अस्पतालों का निर्माण हो रहा है।'' मोदी ने कहा कि इस तरह के बदलाव करदाताओं के पैसे से विकसित हो रहे नए भारत की भावना को बढ़ावा देते हैं।
आयकर विभाग ने मंगलवार को कहा था कि आकलन वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई तक रिकॉर्ड 6.77 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए। इसमें 53.67 लाख लोगों ने पहली बार आयकर रिटर्न दाखिल किया।