PM नरेंद्र मोदी के साथ सभी केंद्रीय मंत्रियों ने भी 15 दिसंबर को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की .
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित और भारत के लिए पटेल के चिरस्थायी योगदान को याद किया।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ मैं सरदार पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत में उनके चिरस्थायी योगदान को याद करता हूं, खासकर हमारे राष्ट्र को एकजुट करने और सर्वांगीण विकास को गति देने में..’’
I pay homage to Sardar Patel on his Punya Tithi and recall his everlasting contribution to India, especially in uniting our nation and giving impetus to all-round development.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2022
भारत के पहले गृह मंत्री पटेल को राष्ट्र में सैकड़ों रियासतों के विलय का नेतृत्व करके देश को एकजुट करने का श्रेय दिया जाता है। उनका निधन 15 दिसंबर 1950 हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सभी केंद्रीय मंत्रियों ने भी 15 दिसंबर (बुधवार) को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल (Home Minister Sardar Vallabhbhai Patel) की पुण्यतिथि ( 71st death anniversary) पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की .
गृह मंत्री अमीत शाह ने ट्विटर पर लिखा, "हर भारतीय के हृदय में बसने वाले देश की एकता व अखंडता के अद्भुत शिल्पी लौह पुरुष सरदार पटेल जी के जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने हेतु समर्पित रहा। उनके विचार सदैव देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे। ऐसे महान युगपुरुष व राष्ट्रीय गौरव के चरणों में कोटिशः वंदन।"
हर भारतीय के हृदय में बसने वाले देश की एकता व अखंडता के अद्भुत शिल्पी लौह पुरुष सरदार पटेल जी के जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने हेतु समर्पित रहा। उनके विचार सदैव देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
— Amit Shah (@AmitShah) December 15, 2021
ऐसे महान युगपुरुष व राष्ट्रीय गौरव के चरणों में कोटिशः वंदन। pic.twitter.com/OkW7sRK57p
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लिखा, "महान देशभक्त ”भारत रत्न” लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन। भारत की एकता, अखंडता एवं राष्ट्रीय स्वाभिमान के लिए सरदार पटेल का योगदान, हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा। कृतज्ञ राष्ट्र उनका वंदन करता है।"