मालू को कर्मवीर चक्र से भी नवाजा जा चुका है। उनको भारत से 2041 तक अंटार्कटिक यूथ का एंबेसडर बनाया गया था
नई दिल्ली : नेपाल स्थित दुनिया की दसवीं सबसे ऊंची चोटी अन्नपूर्णा पर चढ़ाई के दौरान एक भारतीय पर्वतारोही लापता हो गया।. खबर के मुताबिक वह 6000 मीटर की ऊंचाई से एक दरार में गिरे थे, फिलहाल उनका कुछ पता नहीं चला है. पर्वतारोहण अभियान के आयोजन अधिकारी मिंगमा शेरपा और अनुराग के पिता ने इस घटना की पुष्टि की है.
सेवन समिट ट्रेक्स के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के मुताबिक, राजस्थान के किशनगढ़ निवासी अनुराग मालू (34) सोमवार की सुबह कैंप-3 से उतरते समय लापता हो गए थे. वे पहाड़ों के बीच दरार में गिर गए हैं। मालू ने पिछले साल नेपाल में माउंट अमा डाबलम पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। वे माउंट एवरेस्ट, अन्नपूर्णा और ल्होत्से पर चढ़ने की योजना बना रहे थे।
मालू को कर्मवीर चक्र से भी नवाजा जा चुका है। । उनको भारत से 2041 तक अंटार्कटिक यूथ का एंबेसडर बनाया गया था। मालू प्रसिद्ध पर्वतारोही बछेंद्री पाल का छात्र है। शेरपा ने कहा- लापता पर्वतारोही की तलाश की जा रही है, लेकिन उसकी स्थिति के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है.
किशनगढ़ के मायाबाजार के पास रहने वाले अनुराग के पिता ओमप्रकाश मालू ने बताया कि अनुराग 24 मार्च को घर से निकला था. अनुराग ने बीटेक तक की पढ़ाई की है। परिवार को अनुराग के लापता होने की जानकारी मिली तो उसका छोटा भाई आशीष मालू अपने परिचितों के साथ मौके पर पहुंचा। अनुराग की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है.