महिला आरक्षण बिल को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.
New Delhi: संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है. यहां खास बात यह है कि संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र के बीच मोदी कैबिनेट से महिला आरक्षण बिल का हरी झंडी मिल गई है. सरकार जल्द ही इस बिल को लोकसभा में पेश कर सकती है. ऐसे में महिला आरक्षण बिल को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.
इस बीच जब महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह हमारा है, अपना है.
बता दें कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का विधेयक सबसे पहले 1996 में एच.डी. देवगौड़ा सरकार द्वारा पेश किया गया था. कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार ने 2008 में इस कानून को फिर से पेश किया. यह कानून 2010 में राज्यसभा द्वारा पारित किया गया था, लेकिन यह लोकसभा में पारित नहीं हो सका और 2014 में इसके विघटन के बाद यह समाप्त हो गया.