नक्सली उनके पास पड़े 2,000 रुपये के नोट को बदलने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
नागपुर (महाराष्ट्र): रिजर्व बैंक द्वारा 2,000 रुपये के नोट चलन से वापस लेने की घोषणा से नक्सलियों को झटका लगा है क्योंकि जबरन वसूली के जरिए एकत्र किया गया धन मुख्य रूप से इसी मूल्य का है। महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह दावा किया। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में पुलिस सतर्क है क्योंकि नक्सली अपने पास पड़े 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार, पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में दो लोगों के पास से पिछले बृहस्पतिवार को छह लाख रुपये मूल्य के 2,000 रुपये के नोट बरामद किए गए थे जो कथित तौर पर एक नक्सली कमांडर के थे।
गढ़चिरौली के उप महानिरीक्षक संदीप पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 2,000 रुपये के नोट वापस लेना नक्सलियों के लिए एक ‘‘झटका’’ है क्योंकि उनके द्वारा तेंदू पत्ते के ठेकेदारों और पीडब्ल्यूडी से वसूला गया पैसा मुख्य रूप से इसी मूल्य में है, जिसे जंगलों में विभिन्न स्थानों पर छिपाया गया है। उन्होंने बताया कि गढ़चिरौली पुलिस को खुफिया जानकारी मिली है कि नक्सली उनके पास पड़े 2,000 रुपये के नोट को बदलने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में चलन से 2,000 रुपये के नोट वापस लेने की घोषणा की है और लोगों से उन्हें बैंकों में जमा करने या 30 सितंबर तक उन्हें बदलने को कहा है।.