वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2020 का है और गलवान घाटी का है। अब पुराने वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।
RSFC (Team Mohali)- 9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच LOC के नज़दीक झड़प हुई। इस झड़प की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल होने लगे। अब सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प देखी जा सकती है। इस वीडियो को हालिया बता कर वायरल किया जा रहा है।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2020 का है और गलवान घाटी का है। अब पुराने वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट
मेजर सुरेंद्र पूनिया ने 15 दिसंबर 2022 को एक वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "Indian Army saying “Hi” to Ms @RichaChadha of Bollydawood from Tawang ⚠️-Use earphones ????"
इस पोस्ट को नीचे क्लिक करके देखा जा सकता है।
Indian Army saying “Hi” to Ms @RichaChadha of Bollydawood from Tawang
⚠️-Use earphones ???? pic.twitter.com/6kAODIV9V1— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) December 15, 2022
पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम निकालकर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर सर्च किया।
वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है
हमें 17 जून 2020 को पत्रकार शिव अरूर के ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया यह वीडियो मिला। पत्रकार ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "Clearer and clearer that the June 15 bloodbath in Galwan was not spontaneous, but was 100% Chinese premeditated. Spontaneous clashes between India-China troops have never resulted in death or even serious injury, for instance this most recent one from late May in Pangong:"
Clearer and clearer that the June 15 bloodbath in Galwan was not spontaneous, but was 100% Chinese premeditated. Spontaneous clashes between India-China troops have never resulted in death or even serious injury, for instance this most recent one from late May in Pangong: pic.twitter.com/0xR1HzEc74
— Shiv Aroor (@ShivAroor) June 17, 2020
पत्रकार ने इस वीडियो का स्थान लद्दाख के पैंगोंग का बताया और इसे मई 2020 का बताया।
इसी सर्च पर हमें यह वीडियो यूट्यूब पर 31 मई 2020 का अपलोड मिला। यह वीडियो यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
हमने इस झड़प को लेकर न्यूज सर्च किया और हमें इस झड़प से जुड़ी कई खबरें मिलीं। इस मामले से जुड़ी BBC की ख़बर यहां क्लिक कर पढ़ी जा सकती है।
नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2020 का है और गलवान घाटी का है। अब पुराने वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।