टाइम मैगजीन ने कंपनियों की सूची को 5 श्रेणियों लीडर्स, डिसरप्टर्स, इनोवेटर्स, टाइटन्स और पायनियर्स में बांटा है।
New Delhi: उच्च स्तरीय पत्रकारिता के लिए मशहूर अमेरिका की सबसे मशहूर टाइम मैगजीन ने 100 सबसे प्रभावशाली कंपनियों की सूची जारी की है. खास बात यह है कि इस सूची में दो भारतीय कंपनियों ने जो स्थान हासिल किया है वह देश के लिए गर्व की बात है। इस लिस्ट में भारत के नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ-साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो को भी जगह दी गई है।
टाइम मैगजीन ने कंपनियों की सूची को 5 श्रेणियों लीडर्स, डिसरप्टर्स, इनोवेटर्स, टाइटन्स और पायनियर्स में बांटा है। हर कैटेगरी में 20 कंपनियों को जगह दी गई है. दोनों भारतीय कंपनियों को लीडर्स की श्रेणी में जगह मिली है. दुनिया की प्रभावशाली कंपनियों में ओपनएआई, स्पेसX, चेस.कॉम और गूगल डीपमाइंड जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। अन्य वैश्विक कंपनियों में अमेरिकी सेलिब्रिटी किम कार्दशियन का कपड़ा ब्रांड स्किम्स, सैम ऑल्टमैन का ओपनएआई, फुटवियर निर्माता क्रॉक्स, एलोन मस्क का स्पेसएक्स, भाषा सीखने वाला ऐप डुओलिंगो, कैनवा, डिस्कोर्ड, डिज्नी और आईबीएम शामिल हैं।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ( NPCI)
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ( NPCI ) एक ऐसी संस्था है जिसने बैंकिंग के माध्यम से आम लोगों के लिए भुगतान प्रक्रिया को आसान बनाकर देश में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा दिया है। टाइम मैगजीन ने अपनी लिस्टिंग में कहा, ''जैसे-जैसे भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है, एनपीसीआई ने यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लॉन्च किया है, जो मोबाइल ऐप और क्यूआर कोड के जरिए तुरंत पैसे ट्रांसफर की सुविधा देता है।''
यह डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जगह लगभग 300 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल भुगतान लाया है।
मिशो
टाइम के अनुसार, बेंगलुरु स्थित ई-कॉमर्स ऐप मीशो 2022 की शुरुआत में दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला शॉपिंग ऐप है। अपने प्रतिस्पर्धियों के विपरीत, मीशो विक्रेताओं से कोई कमीशन नहीं लेता है। मीशो अपने 60% उत्पाद $4 से कम में बेचता है। यही कारण है कि मीशो उन भारतीय परिवारों तक पहुंचता है जो प्रति वर्ष $6,000 से कम कमाते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा मार्केटिंग प्लेटफॉर्म है जो खरीदारी को आसान बनाता है।
चयन कैसे किया जाता है?
टाइम ने कहा कि यह सभी क्षेत्रों से नामांकन मांगता है, और यह वैश्विक नेटवर्क के साथ-साथ बाहरी विशेषज्ञों से भी सर्वेक्षण करता है। इसके बाद प्रत्येक कंपनी का ल्युएशन इफेक्ट, इनोवेशन, महत्वाकांक्षा और सफलता सहित प्रमुख कारकों को ध्यान में रखा जाता है। इसके आधार पर लिस्ट तैयार की जाती है।