वह इंसानों से ज्यादा AI से बातचीत करना पसंद करते हैं और खासकर भारतीय
Adobe Survey Report: आपने AI के बारे में सुना होगा..एक ऐसी तकनीक जो इंसानों वाले सभी काम कर सकती है..ऐसे में जैसे-जैसे जमाना आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोगों की सोच भी बदल रही है लेकिन उनकी सोच इतनी बदल गई है कि वह इंसानों से ज्यादा AI से बातचीत करना पसंद करते हैं और खासकर भारतीय.. जी हां..आपने बिल्कुल सही सुना... और ऐसा हम नहीं बल्कि सामने आए एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। इस सर्वे के मुताबिक भारतीय यूजर्स इंसानों से ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनेबल्ड टूल जैसे कि ChatGPT, चैटबॉट, Google Gemini आदि से बात करना पसंद करते हैं....
टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी ने किया खुलासा
इस बात का खुलासा टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी Adobe द्वारा किए गए एक सर्वे में हुआ है। इस सर्वे में यूजर्स के डिसिजन मेकिंग, कस्टमर सपोर्ट, रिटर्न और कैंसिलेशन आदि से जुड़े सवाल पूछे गए थे और 39 प्रतिशत यूजर्स का कहना है कि वो इंसान और AI चैटबॉट दोनों से इंटरेक्ट करना पसंद करते हैं। लेकिन जब बात आती है किसी नए प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में जानकारी हासिल करने की तो वह AI से बातचीत करना पसंद करते हैं...
गौर हो की Adobe के इस सर्वे के अकॉर्डिंग इंडियन यूजर्स को किसी भी नई जानकारी के लिए इंसानों से ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैटबॉट पर भरोसा है। वहीं, यूजर डेटा कलेक्शन की बात करें तो 65 प्रतिशत भारतीय यूजर्स का मानना है कि ब्रांड्स उनसे बड़ी मात्रा में डेटा कलेक्ट करते हैं।
यूरोप और अमेरिका में ब्रांडों के पास पहले से ही एआई बजट
यूरोप और अमेरिका में ब्रांडों के पास पहले से ही एआई बजट और आंतरिक उपयोग नीतियां होने की संभावना दोगुनी है। वैश्विक स्तर पर 18 प्रतिशत की तुलना में केवल 15 प्रतिशत सीएक्स (कंज्यूमर एक्सपीरियंस) पहल को बढ़ाने के लिए जेनेरिक एआई का लाभ उठा रहे हैं। लगभग 59 प्रतिशत भारतीय ऐसे ब्रांड से खरीदारी करना बंद कर देंगे, जो उनकी व्यक्तिगत जानकारी के बारे में पारदर्शिता नहीं है। हालांकि, 41 प्रतिशत भारतीय ब्रांड आज सीएक्स को व्यावसायिक प्राथमिकता के रूप में देख रहे हैं।
(For more news apart from Indians have more trust in AI devices, prefer talking to AI instead of humans news in hindi, stay tuned to Rozana Spokesman Hindi)