कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वां और कुल 75वां अंतरराष्ट्रीय शतक है।
अहमदाबाद : स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने तीन साल से भी अधिक समय बाद अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन चाय तक पांच विकेट पर 472 रन बनाए। चाय के समय कोहली 135 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि अक्षर पटेल (75 गेंद में 38 रन) दूसरे छोर पर उनका साथ निभा रहे हैं। दोनों छठे विकेट के लिए 63 रन की अटूट साझेदारी कर चुके हैं।
स्टेडियम में मौजूद लगभग 15 हजार लोगों के लिए रविवार का दिन यादगार रहा जब कोहली ने ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की गेंद को मिड विकेट पर एक रन के लिए खेलकर नवंबर 2019 के बाद अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वां और कुल 75वां अंतरराष्ट्रीय शतक है। उन्होंने 241 गेंद में शतक पूरा किया।
भारत अब ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 480 रन के स्कोर से सिर्फ आठ रन पीछे है।
कोहली ने शतक पूरा करने के बाद तेज गति से रन जुटाए। इससे पहले सुबह के सत्र में उन्होंने एक भी बाउंड्री नहीं लगाई थी।. कोहली को अक्षर से पहले श्रीकर भरत (88 गेंद में 44 रन) का भी अच्छा साथ मिला। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 84 रन जोड़े।. भारत की शुरुआती सभी छह विकेटों की साझेदारी 50 रन से अधिक की रही है।
सुबह के सत्र में भारतीय टीम रविंद्र जडेजा (28) के रूप में एकमात्र विकेट गंवाने के बावजूद सिर्फ 73 रन ही जोड़ सकी लेकिन दूसरे सत्र में मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने तेजी से रन जुटाए। श्रृंखला में अब तक बल्ले से नाकाम रहे भरत ने कैमरन ग्रीन पर पुल और हुक करके लगातार दो छक्के लगाए। वह हालांकि लियोन की गेंद पर शॉर्ट लेग पर पीटर हैंड्सकॉम्ब को कैच देकर अपने पहले अर्धशतक से चूक गए। उन्होंने अपनी पारी में दो चौके और तीन छक्के मारे।
भरत के आउट होने के बाद कोहली ने शतक पूरा किया और फिर कुछ आकर्षक शॉट लगाए। अक्षर ने भी कुछ अच्छे शॉट खेले। वह हालांकि टॉड मर्फी की गेंद पर भाग्यशाली रहे जब लांग ऑफ पर उस्मान ख्वाजा ने उनका कैच छोड़ दिया और गेंद छह रन के लिए चली गई।
जडेजा को सुबह के सत्र में भी रन बनाने के लिए जूझना पड़ा और वह अंतत: मर्फी की गेंद पर मिड ऑन पर ख्वाजा को कैच दे बैठे। कोहली ने सुबह के सत्र में रक्षात्मक रुख अपनाया जिससे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज धीमी पिच पर नियंत्रण के साथ गेंदबाजी करने में सफल रहे। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने सुबह के सत्र में एक भी बाउंड्री नहीं लगाई।
भरत सपाट पिच पर अधिक आत्मविश्वास के साथ खेले और उनका डिफेंस भी अधिक मजबूत रहा। उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ पैर आगे निकालकर अच्छा रक्षात्मक खेल दिखाया। भरत ने सुबह के सत्र में लियोन पर स्लॉग स्वीप से छक्का भी जड़ा।