कैंसर के पीछे हमारी कुछ आदतें और लाइफस्टाइल पूरी तरह से जिम्मेदार होती हैं।
दुनिया भर में होने वाली मौत का कैंसर एक सबसे महत्वपूर्ण कारण हैं जो कई कारणों से हो सकता है। इनमें से कुछ पर हमारा नियंत्रण नहीं, लेकिन कई सारे कैंसर के पीछे हमारी कुछ आदतें और लाइफस्टाइल पूरी तरह से जिम्मेदार होती हैं।
तंबाकू, प्रोसेस्ड फूड और एल्कोहल के बहुत ज्यादा सेवन से कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है। अगर आप इस खतरनाक बीमारी से बचे रहना चाहते हैं, तो इसके लिए आज से ही कर लें कुछ आदतों से किनारा। कैंसर के साथ ही ये और भी कई बीमारियों से आपको रखेंगी महफूज।
1. धूम्रपान छोड़ें:
धूम्रपान सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है। धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर की वजह तो होता ही है साथ ही मुंह और गले के साथ 14 अन्य प्रकार के कैंसर को भी जन्म दे सकता है। तो इसलिए जितना जल्द हो सके इस आदत को छोड़ दें। धूम्रपान करने वालों में हार्ट अटैक और डायबिटीज का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता हैं।
बीड़ी, सिगरेट में भरपूर मात्रा में निकोटिन पाया जाता है। जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले लोगों की आंखों में जलन की भी प्रॉब्लम होती जिसे लंबे समय तक नजरअंदाज करने की गलती आपके रेटिना को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर कहीं आप हाई ब्लड प्रेशर और डयबिटीज के मरीज हैं तब तो आपको बिल्कुल भी धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
2. वजन कंट्रोल में रखें:
वजन बढ़ने से शरीर में कई तरह की बीमारियां पनपने लगती हैं। एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि जिन महिलाओं का वजन बहुत ज्यादा होता है उनमें गर्भाशय के कैंसर होने का खतरा दोगुना होता है।
अगर आप ओवरवेट हैं, तो आपको एक या दो नहीं, बल्कि 13 तरह का कैंसर हो सकता है। जैसे- ब्रेन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, थायरॉइड कैंसर, गॉल ब्लाडर कैंसर, पेट का कैंसर, लिवर कैंसर, पैनक्रियाज कैंसर, कोलन कैंसर, यूट्रस कैंसर, ओवरीज कैंसर आदि। तो वक्त-बेवक्त के खानपान, जंक फूड के सेवन और तली-भुनी, मीठी चीज़ों से दूरी बना लें।
3. सनस्क्रीन जरूर लगाएं:
स्किन केयर रूटीन में सनस्क्रीन का काफी अहम रोल रहता है। सनस्क्रीन, स्किन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करती है। सनस्क्रीन में मौजूद केमिकल सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणों को सीधे तौर पर स्किन तक नहीं पहुंचने देते। जिससे स्किन कैंसर का रिस्क काफी कम हो जाता है।
4. शराब से रखें परहेज:
शराब पीने से सिर्फ कैंसर ही नहीं होता बल्कि इससे कैंसर के ट्रीटमेंट पर भी असर पड़ता है। मतलब शराब पीने से कैंसर होने पर इलाज का पूरी तरह से प्रभाव नहीं पड़ता। एक स्टडी में पाया गया कि ज्यादा शराब पीने से एसोफेगल, माउथ, वॉइस बॉक्स, लिवर, कोलोरेक्टल और ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। महिलाएं अगर शराब पीती हैं, तो उनके एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, जो उनमें स्तन कैंसर का खतरा बढाता है।