बोल्ट ट्रू वायरलेस स्टीरियो, नेकबैंड और स्मार्टवॉच बनाने वाली प्रमुख कम्पनियों में से एक है।
पटना, 18 मई 2023: भारत सरकार की मेगा फ्लैगशिप योजना 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत हाई एंड घरेलू कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पनी बोल्ट ने भारत में सफलतापूर्वक 2 मिलियन से ज्यादा यूनिट्स बनाई हैं। प्रोडक्ट डिजाइन से लेकर इंजीनियरिंग से लेकर प्रोडक्ट्स की एसेंबलिंग तक, बोल्ट ने प्रोडक्ट की गुणवत्ता से समझौता किए बिना देश में अपने उत्पादों की निर्माण प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से अमल मे लाया है। बोल्ट ख़ास तौर पर रॉ मटेरियल को भारत मे ही बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके लिए कम्पनी ने 2023 के अंत तक 70 प्रतिशत रॉ मटेरियल के स्थानीयकरण को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के अलावा बोल्ट देश मे भी रोजगार को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए कम्पनी घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग कार्यबल में महिलाओं की संख्या 50% तक करने में लगी है। कम्पनी आने वाले सालों में अपने राजस्व में 100% बढ़ोत्तरी का लक्ष्य रखे हुए है। पिछले साल कंपनी का राजस्व लगभग 500 करोड़ रुपये था। इस राजस्व को बढ़ाने में मेक इन इंडिया अभियान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस असाधारण उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए बोल्ट के सीईओ और फाउंडर वरुण गुप्ता ने कहा, "शुरूआत में कर्मचारियों में स्किल और ट्रेनिंग की कमी थी, इसलिए हम बहुत ही कम उत्पादों को बनाते थे क्योंकि हम गुणवत्ता के मामले में कोई समझौता नहीं करना चाहते थे। फिर हमने ट्रेनिंग और डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित किया। इसका असर यह हुआ कि हम अब ऐसे उत्पादों को बनाने में सक्षम हो चुके हैं कि जिनकी गुणवत्ता बेहतरीन क्वॉलिटी की होती है। अब हम ज्यादा यूनिट का भी निर्माण कर रहे हैं। हम भविष्य में भी मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। साथ ही हमारे पास इन-हाउस रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम होने के कारण हम इनोवेटिव और नए युग की तकनीकों को शामिल करके इस सेक्टर में अग्रणी कम्पनी बने रहना चाहते हैं। भारत सरकार की प्रमुख पहल "मेक इन इंडिया" के साथ साझेदारी करते हुए हमने इसकी लॉजिस्टिक और डेवलपमेंट क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए कई रणनीतिक उपायों को लागू किया है, जिससे हमारी कंपनी को उत्पादन प्रक्रिया पर बेहतर नियंत्रण रखने और ग्राहकों के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाले उत्पादों को बनाने मे मदद मिलती है।"
बोल्ट ट्रू वायरलेस स्टीरियो, नेकबैंड और स्मार्टवॉच बनाने वाली प्रमुख कम्पनियों में से एक है। कम्पनी ने एक स्वदेशी कंपनी बनने के लिए अथक प्रयास किए हैं और मेक इन इण्डिया के तहत दृढ़ प्रतिबद्धता भी दिखाई है। इसी वजह से कम्पनी ने 2 मिलियन यूनिट्स उत्पादन की उपलब्धि हासिल की है। अब तक बोल्ट ने घरेलू स्तर पर टीडब्ल्यूएस (ट्रू वायरलेस स्टीरियो) कैटेगरी में 12.76 लाख यूनिट्स, नेकबैंड कैटेगरी में 6.0 लाख यूनिट्स और स्मार्टवॉच कैटेगरी में 1.25 लाख यूनिट्स का निर्माण किया है। इन उत्पादों की यूएसपी यह है कि इन चीज़ों को पूरी तरह से भारत में ही बनाया गया है। फिर चाहे उत्पाद के पुर्जों को जोड़ना, उत्पादों को डिजाइन करना और सबसे महत्वपूर्ण रूप से उत्पाद की इंजीनियरिंग सभी चीजें भारत में ही की गई है। कम्पनी उत्पादों की गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देती है। यही वजह है कि मेक इन इंडिया पहल से कदमताल मिलाते हुए बोल्ट एक हीरो ब्रांड के रूप में उभरा है।
भारत में अपने उत्पादों का निर्माण करके मेक इन इंडिया पहल को मजबूत करते हुए बोल्ट ने 2023 की दूसरी तिमाही के अंत तक लगभग 70% रॉ मटेरियल का स्थानीयकरण करने और 2024 के अंत तक 80% रॉ मटेरियल का स्थानीयकरण करने का लक्ष्य रखा है। बोल्ट भी देश के युवाओं के लिए देश मे ही रोजगार के अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके अलावा कम्पनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके लिए बोल्ट घरेलू उत्पादन कार्यबल में 50 प्रतिशत महिलाओं को शामिल करने का लक्ष्य रखा है।