बिहार में सत्ता संपोषित अपराध हो रहा है। जाँच दल ने मृतक के आश्रित को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग किया।
पटना: राज्य में विधि-व्यवस्था ध्वस्त है। कानून का राज समाप्त हो गया है। अपराधियों का हौसला बुलन्द है,इसी लिए हत्या, लूट,बलात्कार, अपहरण, डकैती, बैंक डकैती की घटना बेतहासा बढ़ गया है। कोई सुरक्षित नही है।
यह बात आज भोजपुर जिला के मोदही गांव में 3 अगस्त को दारू व्यवसायियों द्वारा सोन नदी में डुबा-डुबाकर सुरोधा गांव निवासी 35 वर्षीय हरेन्द्र पासवान की हत्या किए जाने की घटना की जाँच कर घटना स्थल से लौटने के बाद आरा परिषदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए,लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि घटना की सूचना लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को प्राप्त हुआ तो चिराग पासवान ने मेरे नेतृत्व में युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार, प्रदेश महासचिव हेमन्त कुमार,पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पासवान,एसटी/एसटी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार पासवान पाँच सदस्यी जाँच दल गठित किया है। हम सब लोग घटना स्थल पर गए और पाया कि शराब माफिया का शराब नाव से नही ले गया,इसीलिए उसे पानी में डुबा-डुबाकर हरेन्द्र पासवान की हत्या कर दी गई। हत्यारे इतने बेखौफ है कि रोज मृतक हरेन्द्र पासवान के परिजन को केश वापस लेने की धमकी दे रहें है,और कह रहें है कि केश वापस लो नही तो सबकों मार देंगे। बिहार में सत्ता संपोषित अपराध हो रहा है। जाँच दल ने मृतक के आश्रित को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग किया।
संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के जिला उपाध्यक्ष ललन यादव,बिनोद कुमार,संतोष पासवान, सियाराम पासवान, जिला संगठन मंत्री कमलेश सिंह तोमर मौजूद थे।