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इस साल पंजाब में 456 घटनाओं के साथ पराली जलाने के मामलों में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नई दिल्ली: इस साल 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में पराली जलाने की 682 घटनाएं सामने आई हैं. यह आंकड़ा 2021 और 2022 के संयुक्त आंकड़े 633 से अधिक है। कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस(CREAMS) के अनुसार, उत्तर भारत से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी और समय से पहले कटाई के कारण छह राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं।
इससे पहले दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान जारी किया था. इसके साथ ही पंजाब सरकार ने यह भी आश्वासन दिया था कि वह 2022 की तुलना में इस साल पराली जलाने की घटनाओं में 50 फीसदी की कमी लाएगी. इसके जरिए राज्य के 6 जिलों पर फोकस किया जाएगा. इस साल पंजाब में 456 घटनाओं के साथ पराली जलाने के मामलों में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।