पहला विस्फोट छह मई की रात स्वर्ण मंदिर के पास ‘हेरिटेज स्ट्रीट’ पर हुआ। विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया..
चंडीगढ़ : पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने मंगलवार को कहा कि राज्य की पुलिस 30 घंटे के अंदर हुए दो विस्फोट की जांच में सभी एजेंसियों की मदद ले रही है। इस सिलसिले में मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक टीम अमृतसर पहुंची है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनएसजी) की एक टीम ने सोमवार को दूसरे विस्फोट स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया था।
पहला विस्फोट छह मई की रात स्वर्ण मंदिर के पास ‘हेरिटेज स्ट्रीट’ पर हुआ। विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया और इलाके की कुछ इमारतों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। आठ मई की सुबह उसी सड़क पर हुए कम तीव्रता के दूसरे विस्फोट में एक और व्यक्ति घायल हो गया। पंजाब पुलिस ने कहा कि उसे इलाके से ऐसा कोई ‘ट्रिगर डिवाइस’ या ‘डेटोनेटर’ नहीं मिला है, जिसका विस्फोट में इस्तेमाल किया गया हो।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) यादव ने कहा, "हम अमृतसर की घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं। हमें कोई ‘डेटोनेटर’ या इस तरह की कोई चीज नहीं मिली है। हमारी फोरेंसिक टीम जांच कर रही है।"
उन्होंने लुधियाना में पत्रकारों से कहा, "हम सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रहे हैं। यदि कोई शरारत, कोई आतंकी पहलू या कोई व्यक्तिगत मंशा की बात सामने आती है, तो हम विस्तृत जांच करेंगे।"
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस दोनों विस्फोट मामलों की जांच कर रही है। डीजीपी ने कहा कि वे एनएसजी जैसी सभी एजेंसियों की मदद ले रहे हैं। उन्होंने कहा, "उन्हें (एनएसजी को) विस्फोट की जांच में विशेषज्ञता हासिल है।" यादव ने कहा, "इन सभी (एजेंसियों) के सहयोग से हम यह पता लगाना चाहते हैं कि क्या हुआ था और तथ्य क्या हैं।".