चंडीगढ़ पुलिस के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 151 इमीग्रेशन कंपनी प्रबंधकों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
Chandigarh News In Hindi: एक समय था जब मोहाली को इमिग्रेशन धोखेबाजों का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब इस लिस्ट में चंडीगढ़ का नाम भी जुड़ गया है। फिलहाल चंडीगढ़ में केवल 82 कंपनियां हैं, जिन्होंने इमीग्रेशन लाइसेंस के लिए आवेदन किया है या किया है।
फिलहाल शहर में 558 से ज्यादा इमीग्रेशन कंपनियां अवैध तरीके से अपने ऑफिस खोलकर लोगों को लूट रही हैं। साल 2024 में ही चंडीगढ़ पुलिस के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 151 इमीग्रेशन कंपनी प्रबंधकों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पंजीकृत किया गया
इनमें से सिर्फ 27 आरोपियों की ही गिरफ्तारी हो पाई है। साथ ही 125 शिकायतें अभी भी लंबित हैं। कुल मिलाकर इस साल 235 करोड़ रुपये का इमीग्रेशन फ्रॉड हुआ है। आव्रजन जालसाज लोगों को विदेश भेजने के नाम पर जबरन वसूली कर बच जा रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं होगा जब पीड़ित एसएसपी कार्यालय नहीं पहुंचते होंगे। खुद डीजीपी भी मानते हैं कि शहर में इमीग्रेशन फर्जीवाड़ा हो रहा है।
इससे चंडीगढ़ का नाम खराब हो रहा है।
पुलिस से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, शहर में फिलहाल 558 इमीग्रेशन कंपनियां काम कर रही हैं। सेक्टर-17 और स्टोन सेक्टर-34 पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एरिया ब्लॉक में 361 कंपनियां चल रही हैं, 171 कंपनियों के कार्यालय सेक्टर-17 में और 190 कंपनियों के कार्यालय सेक्टर-34 में हैं। सेक्टर-39 पुलिस स्टेशन के अंतर्गत 72 जीएटी कार्यालय और सेक्टर-36 पुलिस स्टेशन के अंतर्गत 57 जीएटी इमीग्रेशन कार्यालय खोले गए हैं।
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