डीसीडब्ल्यू ने यह भी पूछा है कि क्या मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया था या पकड़ा गया?
New Delhi: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने रोहिणी के पुलिस उपायुक्त को एक नोटिस जारी कर एक निजी स्कूल की बस में छह वर्षीय बच्ची पर कथित यौन हमले के संबंध में की गई कार्रवाई को लेकर जानकारी मांगी है।
एक सितंबर को जारी किए गए नोटिस में आयोग ने दर्ज प्राथमिकी की एक प्रति मांगी है और अगर प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हुई हो तो उसका कारण बताने को कहा है। डीसीडब्ल्यू ने यह भी पूछा है कि क्या मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया था या पकड़ा गया? और क्या कथित तौर पर सूचना नहीं देने और पीड़िता की पहचान उजागर करने के संबंध में स्कूल के अध्यक्ष, स्कूल प्रबंधक, प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और अन्य स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है?
रोहिणी के पुलिस उपायुक्त को जारी किए पत्र में लिखा गया है, ‘‘आयोग को जानकारी दी गई है कि बच्ची दिल्ली के बेगमपुर इलाके के एक निजी स्कूल में पढ़ती है। पीड़िता की मां ने बताया कि 23 अगस्त को जब स्कूल बस ने उनकी बच्ची को सोसाइटी के गेट पर छोड़ा तो उन्होंने देखा कि बच्ची का बैग पेशाब के कारण गीला था। उनका आरोप है कि पूछने पर बच्ची ने बताया कि सीनियर क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र ने स्कूल बस में उस पर यौन हमला किया।’’
आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘दिल्ली में एक निजी स्कूल की बस में छह वर्षीय बच्ची के साथ सीनियर लड़के ने यौन हमला किया। लड़की की मां ने हमें बताया कि स्कूल उनके ऊपर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा है। मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया जा रहा है। स्कूल पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए!’’