ऑस्टिन की यह दूसरी भारत यात्रा होगी। इससे पहले, उन्होंने मार्च 2021 में भारत की यात्रा की थी।
New Delhi: अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन रविवार से भारत की दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत करेंगे और इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन की प्रस्तावित यात्रा से पहले द्विपक्षीय रणनीतिक भागीदारी को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।ऑस्टिन के यात्रा कार्यक्रम से परिचित लोगों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा मंत्री कई नयी रक्षा सहयोग परियोजनाओं पर चर्चा करने वाले हैं जिनके बारे में दो सप्ताह से भी अधिक समय बाद वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और मोदी के बीच होने वाली वार्ता के बाद जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सिंह और ऑस्टिन के बीच सोमवार को होने वाली वार्ता में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये तथा आतंकवाद के खतरे से निपटने के तरीकों पर चर्चा होने की संभावना है। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ऑस्टिन सोमवार को रक्षा सहयोग से संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा मंत्री दो दिवसीय भारत यात्रा के लिए रविवार को सिंगापुर से नयी दिल्ली पहुंचेंगे।
ऑस्टिन की यह दूसरी भारत यात्रा होगी। इससे पहले, उन्होंने मार्च 2021 में भारत की यात्रा की थी। मंत्रालय ने कहा कि जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस भी राजनाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए नयी दिल्ली की यात्रा करेंगे। दोनों नेताओं के बीच छह जून को वार्ता होगी।
मंत्रालय के अनुसार, ऑस्टिन और पिस्टोरियस के साथ राजनाथ की बैठक के दौरान औद्योगिक सहयोग के साथ-साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और जर्मनी के संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए नयी दिल्ली की यात्रा करने वाले हैं।’’
इसने कहा, ‘‘अमेरिकी रक्षा मंत्री के साथ रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) की बैठक पांच जून को होगी, जबकि जर्मनी के संघीय रक्षा मंत्री के साथ उनकी वार्ता छह जून को होगी।’’ पिछले कुछ वर्षों में भारत-अमेरिकी रक्षा एवं रणनीतिक संबंधों में विस्तार हुआ है।
पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने 2016 में ‘लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट’ (लेमोआ) सहित महत्वपूर्ण रक्षा एवं सुरक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। लेमोआ समझौता दोनों देशों की सेनाओं को मरम्मत और आपूर्ति के लिए एक-दूसरे के ठिकानों का उपयोग करने की अनुमति देता है।
दोनों देशों ने 2018 में कॉमकासा (संचार संगतता और सुरक्षा समझौते) पर हस्ताक्षर किए थे जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच सूचना के आदान-प्रदान और अमेरिका से भारत को उच्च प्रौद्योगिकी की बिक्री की अनुमति प्रदान करता है।
द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए अक्टूबर 2020 में भारत और अमेरिका ने बेका (आधारभूत समझौता मूल विनिमय और सहयोग समझौता) पर हस्ताक्षर किए थे। जर्मनी के रक्षा मंत्री अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत पांच जून से करेंगे। वह इंडोनेशिया से भारत पहुंचेंगे।
सिंह के साथ अपनी बैठक के अलावा पिस्टोरियस ‘इनोवेशनंस फॉर डिफेंस एक्सीलेंस’ (आईडेक्स) द्वारा नयी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुछ रक्षा स्टार्टअप के साथ भी बैठक करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि सात जून को वह मुंबई पहुंचेंगे, जहां उनके पश्चिमी नौसैन्य कमान मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपयार्ड लिमिटेड का दौरा करने की संभावना है।