यह पूछने पर कि उसने दुर्घटना के बारे में तत्काल किसी को सूचना क्यों नहीं दी, सहेली का कहना है, ‘‘मैं डर गई थी इसलिए मैंने किसी को नहीं बताया।’’’
New Delhi : नया साल शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में 20 साल की युवती को कार के साथ करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने वाले पांच आरोपियों को पता था कि उनकी कार और स्कूटी की टक्कर के बाद कोई उनकी कार में फंस गया है, लेकिन वे नहीं रूके। दुर्घटना के वक्त मृतका अंजलि सिंह के साथ मौजूद उसकी सहेली ने यह दावा किया है।
यह पूछने पर कि उसने दुर्घटना के बारे में तत्काल किसी को सूचना क्यों नहीं दी, सहेली का कहना है, ‘‘मैं डर गई थी इसलिए मैंने किसी को नहीं बताया।’’’
पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर उसका शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला।
सुल्तानपुरी की रहने वाली महिला एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में ‘पार्ट-टाइम’ काम करती थी और घटना के समय नए साल की पूर्व संध्या पर काम पर गई हुई थी।
कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में ‘ढुलमुल जांच’ करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।.
अंजलि की सहेली ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया, ‘‘भूरे रंग की बलेनो ने विपरीत दिशा से स्कूटी को टक्कर मारी। वह कार के सामने गिरी जबकि मैं बगल में गिरी। उन्होंने उसके ऊपर कार चढ़ा दी। उन्हें पता था कि वह कार के नीचे है, लेकिन वे नहीं रूके। वह चीख रही थी। उन्होंने जानबूझकर उसकी हत्या कर दी।’’ सहेली ने कहा, ‘‘मैं मौके से इसलिए भाग गई क्योंकि मैं डरी हुई थी और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए।’’
अंजलि की सहेली ने बताया कि वे शनिवार की रात अपने दोस्तों से मिलने एक होटल में गईं थीं।
उसने दावा किया, अंजलि शराब के नशे में थी और उसने स्कूटी चलाने नहीं देने पर चलते दुपहिया से कूदने की धमकी भी दी। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया, ‘‘हम देर रात करीब 1:45 बजे होटल से निकले। वह (अंजलि) स्कूटी चलाना चाहती थी, लेकिन मैंने कहा कि मैं चलाउंगी। जब हम वहां से निकल गए और रास्ते में थे तो अंजलि ने कहा कि अगर उसे स्कूटी नहीं चलाने दी तो वह चलते दुपहिया से कूद जाएगी। उसने कहा कि यह मेरी स्कूटी है और मैं चलाऊंगी।’’
उसने दावा किया, ‘‘मैंने उसे स्कूटी चलाने दी। कुछ दूर ही चलने पर हम ट्रक को टक्कर मारते-मारते बचे। हालांकि मैं पीछे बैठी थी, लेकिन फिर भी ब्रेक लगाने में कामयाब रही। फिर हम वहां से चले और आगे बढ़े। लेकिन एक अन्य कार ने हमारी स्कूटी को टक्कर मार दी। अंजलि कार के नीचे फंस गई, जबकि मैं सड़क की दूसरी ओर जा गिरी।’’
पीड़िता की दोस्त ने बताया कि उसे भी आंखों पर हल्की चोटें आयीं लेकिन अंजलि कार के नीचे फंस गई। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया, ‘‘कार रूकी नहीं। वह चलती रही और फिर उन्होंने कार बैक की और फिर तेजी से आगे रवाना हो गई। ’’