भाजपा नेताओं ने कहा कि उनके पार्षद, ‘एल्डरमैन’ (मनोनीत पार्षद) और एमसीडी सदन में मत देने का अधिकार रखने वाले...
New Delhi: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन की बैठक महापौर चुनाव की प्रक्रिया पूरी किये बगैर एक महीने में तीसरी बार स्थगित होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर आरोप लगाया कि वह किसी न किसी बहाने इसमें बाधा डाल रही है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि उनके पार्षद, ‘एल्डरमैन’ (मनोनीत पार्षद) और एमसीडी सदन में मत देने का अधिकार रखने वाले उसके सांसद मंगलवार को आप मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने महापौर चुनाव में एल्डरमैन को वोट देने की अनुमति दिये जाने का आप द्वारा किये जा रहे विरोध को खारिज कर दिया।
बिधूड़ी ने यहां पार्टी के साथियों के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कानून केंद्र सरकार को यह फैसला करने का अधिकार देता है कि एमसीडी सदन में कौन मतदान करेगा।
आप ने एल्डरमैन को मताधिकार की अनुमति दिये जाने पर सदन की पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा के फैसले की निंदा की। शर्मा भाजपा पार्षद हैं। भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आप एमसीडी सदन में हंगामा करने और महापौर, उप महापौर तथा स्थायी समिति के सदस्यों के चुनावों को बाधित करने के लिए कोई न कोई बहाने के साथ आती है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, आप एल्डरमैन के मताधिकार का विरोध कर रही है, लेकिन उसने 2017 में तीनों नगर निगमों (जिन्हें अब एकीकृत कर दिया गया है) में 10-10 सदस्य मनोनीत किये थे। गुप्ता ने दावा किया कि आप ने इसकी मदद से नगर निकायों में जोनल कमेटियों के अध्यक्ष के पद हथिया लिये थे।
गुप्ता ने कहा, ‘‘एल्डरमैन को मताधिकार की अनुमति देने का फैसला एमसीडी सदन की पीठासीन अधिकारी ने लिया है, जो संसद के अधिनियम के तहत ऐसा करने के लिए अधिकृत हैं।’’
भाजपा की दिल्ली इकाई के महासचिव हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पार्टी के पार्षद, एल्डरमैन और एमसीडी सदन में चुनावों में मत देने का अधिकार रखने वाले उसके सांसद मंगलवार को डीडीयू मार्ग पर आप कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि आप पार्षदों ने उस वक्त हंगामा किया, जब सदन के लिये मनोनीत आप के दो विधायकों--संजीव झा और अखिलेश पति त्रिपाठी--को अदालती मामलों में दोषी ठहराये जाने के कारण मत देने का अधिकार देने से मना कर दिया गया।
गुप्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने पीठासीन अधिकारी के निर्देश के बावजूद सदन से बाहर जाने से इनकार कर दिया तथा आप पार्षदों और अन्य नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा महापौर चुनाव में बाधा डाल रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी अधिकारियों की मदद से एमसीडी को संचालित कर रही है और गलत फैसले ले रही है।
सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा द्वारा शुरू किये गये हंगामे से यह जाहिर है कि पार्टी संविधान या कानून में यकीन नहीं रखती। उन्होंने कहा, ‘‘वे सिर्फ हंगामा करने में यकीन रखते हैं।’’. आप नेताओं ने कहा कि पार्टी एमसीडी सदन में चुनाव अदालत की निगरानी में कराये जाने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।
इससे पहले, एमसीडी सदन का सत्र छह जनवरी और 24 जनवरी को भी आहूत किया गया था, लेकिन पीठासीन अधिकारी ने भाजपा और आप सदस्यों के हंगामे तथा उनके बीच तीखी नोकझोंक होने के बाद महापौर का चुनाव कराए बिना ही सदन की बैठक स्थगित कर दी थी।.