जेडीयू की नजर रेल-कृषि मंत्रालय के साथ बिहार के लिए विशेष पैकेज पर है.
NDA Cabinet: लोकसभा चुनाव में बहुमत मिलने के अगले दिन एनडीए ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना। प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 14 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए.
सूत्रों के मुताबिक, सीटों के मामले में प्रमुख साझेदार होने के नाते टीडीपी और जेडीयू ने कैबिनेट में बड़ी हिस्सेदारी की मांग की है. बताया जा रहा है कि जेडीयू की नजर रेल-कृषि मंत्रालय के साथ बिहार के लिए विशेष पैकेज पर है. टीडीपी ने 5 मंत्रालय और लोकसभा अध्यक्ष पद की मांग की है.
टीडीपी के एक करीबी सूत्र ने कहा कि पार्टी ने ग्रामीण विकास, आवास और शहरी मामलों, बंदरगाहों और शिपिंग, सड़क परिवहन और राजमार्ग और जल बिजली की मांग की है। टीडीपी वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी मांग रही है. मुफ्त योजनाओं के कारण आंध्र प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इसलिए नायडू चाहते हैं कि उन्हें वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार मिले.
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक नीतीश कुमार रेल , कृषि और वित्त मंत्रालय चाहते हैं.
केंद्र सरकार के 10 सबसे शक्तिशाली और समृद्ध मंत्रालय गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन हैं। अकेले बहुमत के साथ बीजेपी ने 2019 और 2014 में सभी प्रमुख विभाग अपने पास रखे थे.
सूत्रों ने बताया कि 7 जून को मोदी को बीजेपी संसदीय दल-एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाएगा.
इसके बाद राष्ट्रपति के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को होने की संभावना है. मोदी के साथ कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. पार्टी को 240 सीटें मिली हैं. यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीट कम है. ऐसे में वह 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदों के साथ गठबंधन सरकार चलाएगी. इसमें चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरे और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है.
(For more news apart from Nitish Kumar and Chandrababu Naidu asked for these big ministries in the cabinet from NDA, stay tuned to Rozana Spokesman Hindi)