दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता का स्तर 300 के करीब पहुंच गया है.
राजधानी दिल्ली में प्रदुषण के कारण सरकार ने पटाखों पर बैन लगा दिया था इसके बाबजूद भी दिवाली की रात दिल्ली-एनसीआर में खूब पटाखे चले. यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा और ऐसा लगा ही नहीं कि वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया है. शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश के कारण दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में जो सुधार देखा गया था, वह दिवाली पर पटाखों के कारण फिर से खराब हो गया।
दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता का स्तर 300 के करीब पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में रही। आनंद विहार में एक्यूआई 296, आरके पुरम में 290, पंजाबी बाग में 280 और आईटीओ में 263 दर्ज किया गया।
अपराह्न साढ़े तीन बजे तक ग्रेटर कैलाश और चितरंजन पार्क इलाकों में हल्की आतिशबाजी हुई। इलाके के लोगों ने कहा कि ऐसा लगता है कि लोग पूजा के बाद आतिशबाजी करेंगे. साउथ दिल्ली के छतरपुर इलाके में शाम 6 बजे से पटाखों की आवाज सुनाई देने लगी. क्षेत्र के कई दुकानदार प्रतिबंध का उल्लंघन कर बच्चों को छोटे पटाखे बेचते दिखे। दक्षिणी दिल्ली के पूर्वी कैलाश इलाके में भी कुछ लोगों ने पटाखे जलाये. शाम साढ़े छह बजे के बाद दूर-दराज के घरों से पटाखों की आवाजें सुनाई देने लगीं।
कुछ इलाकों में कम तीव्रता से और कुछ इलाकों में ज्यादा तीव्रता से पटाखे चलाए गए. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर और उसके आस पास के इलाको में पटाखों पर प्रतिबंध लगोया था. जो गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रहा है। दिल्ली फायर सर्विस को दिवाली की शाम आग लगने की घटनाओं से संबंधित कुल 100 रिपोर्टें मिलीं। विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि आज शाम 6 बजे से रात 10.45 बजे तक छोटी, मध्यम और गंभीर आग की 100 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं. हमारी टीम मदद के लिए पूरी तरह से तैयार है।'' एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है और अग्निशमन कर्मियों की सहायता कर रही है।