देश भर में लगभग 20.38 लाख में से कुल 11.45 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है।
New Delhi: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1,000 से अधिक छात्रों के इस साल मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में उत्तीर्ण होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि कुछ साल पहले तक इस उपलब्धि की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
केजरीवाल ने पिछले कुछ वर्षों में नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों की एक सूची ट्विटर पर साझा की।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों से नीट-यूजी में सफल होने वाले छात्रों की संख्या में इस साल 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई, और 1,074 छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की। वहीं, 2022 में, दिल्ली सरकार के स्कूलों के 648 छात्रों ने नीट पास किया जबकि 2021 और 2020 में यह संख्या क्रमशः 496 और 569 रही।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘वाह। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1000 से अधिक छात्रों ने नीट परीक्षा में सफलता पाई। कुछ साल पहले इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। सभी छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई।’’. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को इस साल की राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) के परिणाम घोषित किए, जिसमें तमिलनाडु के प्रबंजन जे और आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने 720 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
देश भर में लगभग 20.38 लाख में से कुल 11.45 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है। नीट-यूजी के अंकों के आधार पर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाता है।
देश में 540 से अधिक मेडिकल कॉलेजों में 80,000 से अधिक एमबीबीएस सीटें हैं। एनटीए ने सात मई को भारत के 499 शहरों और दूसरे देशों के 14 शहरों में स्थित 4,097 केंद्रों पर राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) आयोजित की थी। परीक्षा 13 भाषाओं असमिया, बांग्ला, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की गई थी।