उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष को रौंद रही है।
New Delhi: आप ने बृहस्पतिवार को दावा कि यदि विपक्षी पार्टियां 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट नहीं हुईं तो संभव है कि ‘अगली बार देश में चुनाव ही न हो’। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में यह दावा भी किया कि यदि नरेन्द्र मोदी 2024 में फिर से प्रधानमंत्री चुने जाते हैं तो संभावना है कि वह संविधान को बदल दें और जब तक वह जीवित रहें तब तक के लिए खुद को देश का ‘राजा’ घोषित कर दें।
पटना में 23 जून को होने वाले विपक्षी दलों की बैठक के लिए आप के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर भारद्वाज ने कहा, ‘‘अब बड़ा मुद्दा यह है कि यदि विपक्षी दल एक साथ आकर (2024 का चुनाव) नहीं लड़ते हैं, तो संभव है कि अगली बार देश में चुनाव न हो।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष को रौंद रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ सीबीआई (केंद्रीय अन्वेष्ण ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आईटी (आय कर विभाग) के छापे मारे जा रहे हैं और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जा रहा है, ऐसी संभावना है कि यदि नरेन्द्र मोदी 2024 में (फिर से) प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह संविधान को बदल देंगे और घोषणा करेंगे कि जब तक वह जीवित हैं, वह इस देश के राजा रहेंगे... और इस देश की आजादी, जिसके लिए अनगिनत लोगों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए, खो जाएगी।’’.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 जून को आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में भाजपा विरोधी दल लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करेंगे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भारद्वाज के दावों को ‘मूर्खतापूर्ण’ और ‘बचकाना’ करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘बचकाने आरोप लगाने के बजाय भारद्वाज को बताना चाहिए कि उनकी पार्टी उन पार्टियों और नेताओं को भी गले लगाने के लिए इतनी बेताब क्यों है, जिन्हें केजरीवाल गाली देते थे और उनके भ्रष्ट होने के आरोप लगाते थे।’’ भारद्वाज ने आप के घोषणापत्रों की कथित तौर पर नकल करने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सामने न केवल नेताओं का संकट है, बल्कि विचारों का भी संकट है। पानी और बिजली से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा के लिए अरविंद केजरीवाल और आप का मजाक उड़ाने के बाद, अब वह हमारे विचारों की नकल कर रही है।’’
सेवा मामलों को लेकर दिल्ली की आप सरकार और केंद्र के बीच टकराव के बारे में पूछे जाने पर भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी में निर्वाचित सरकार के कामकाज को रोकना चाहती है।