बैठक के बाद खड़गे ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया गया।
New Delhi: दिल्ली के कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की और राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात संसदीय सीटों पर संगठन को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि बैठक में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से एकजुट रहने और लोगों से जुड़े रहने को कहा।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में मौजूद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ संभावित गठबंधन से संबंधित मुद्दों को रेखांकित किया।
बैठक के बाद खड़गे ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया गया। दिल्ली कांग्रेस में नयी जान फूंकना हमारी प्राथमिकता है, जिसमें सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी जरूरी है। हमने दिल्ली को समृद्ध और खुशहाल बनाया था, दिल्ली के लोगों के लिए हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।’’
राहुल गांधी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे की अगुवाई में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस नेताओं की एक बैठक हुई। उन्होंने कहा कि ‘‘कांग्रेस दिल्ली के लोगों की आवाज को मजबूत करने और दिल्ली की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है।’’
बाद में, खड़गे और राहुल गांधी ने पार्टी इकाई में नेतृत्व के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अलग-अलग माकन, चौधरी और सुभाष चोपड़ा सहित दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। चौधरी ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है और उनकी जगह किसी और को नियुक्त किए जाने की उम्मीद है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) की तैयारियों की समीक्षा के लिहाज से मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में राहुल गांधी और दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक में हिस्सा लिया।’’
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘(नरेन्द्र) मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा दिल्ली के लिए विनाशकारी साबित हुई है। लोग दिल्ली में कांग्रेस के शानदार 15 साल के कार्यकाल को याद करते हैं, जिस दौरान शहर एक आधुनिक, जीवंत महानगर में बदल गया। हमें विश्वास है कि 2024 में जनता हमें अपना पूरा समर्थन देगी।’’
दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रमुख चौधरी ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने ‘पोल खोल यात्रा’ के दौरान दिल्ली आबकारी नीति का विरोध किया था और इसके कारण आम आदमी पार्टी (आप) के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि जब भी दिल्ली के लोगों की सुरक्षा की बात आएगी कांग्रेस हमेशा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (आप के राष्ट्रीय संयोजक) से सवाल करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ आज की बैठक दिल्ली में गठबंधन को लेकर नहीं थी, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। ‘आप’ अनुमान लगा सकती है, लेकिन गठबंधन पर फैसला एआईसीसी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा और इसकी घोषणा भी वही करेगा। हम यहां एक विपक्षी दल के रूप में भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाएंगे।’’
कांग्रेस के दिल्ली मामलों के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि बुधवार की बैठक आगामी संसदीय चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी और सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उन्होंने कहा, ‘‘समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी नेताओं ने अपने मुद्दे सामने रखे और महसूस किया कि शीला दीक्षित सरकार के दौरान हुई प्रगति के बाद ‘आप’ सरकार ‘दिल्ली को पीछे धकेल रही है’।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली कांग्रेस ने अपना प्रस्ताव रखा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की जनविरोधी नीतियों का जमीनी स्तर पर विरोध किया जाएगा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह तय हो गया है कि पार्टी दिल्ली में किसके साथ गठबंधन करेगी, बाबरिया ने कहा, ‘‘हमने आज की बैठक में उस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। हमने केवल इस पर चर्चा की कि दिल्ली में पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘दिल्ली में अगर कोई गठबंधन होगा तो उसको पार्टी आलाकमान अंतिम रूप देगा।’’ दिल्ली कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि तीन घंटे से ज्यादा चली बैठक में संगठन की कमियों और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा, ‘‘हमें सभी सात सीटों पर मजबूती से काम करने का निर्देश दिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन करना है या नहीं, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन हमें सातों सीटों पर तैयारी करने को कहा गया है।’’
कांग्रेस नेताओं के बयान पर आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब कांग्रेस गठबंधन नहीं करना चाहती तो फिर मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक में आप के शामिल होने का कोई मतलब नहीं है।